जालंधर में एक ही कालोनाइजर ने काटी 35 अवैध कालोनियां, अफसरों ने नहीं लिया एक्शन; विजिलेंस करेगी जांच
जालंधर कैंट के रहने वाले एक कालोनाइजर से होगी जिसने 35 अवैध कालोनियां विकसित कर डालीं। आरोप है कि अफसर जानबूझकर अवैध कालोनियां विकसित करने वालों पर कार्रवाई नहीं कर रहे। बार-बार प्रस्ताव रखा गया है लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं हुई।
जालंधर, जेएनएन। अवैध कालोनियों के मामले में नगर निगम के टाउन प्लानिंग एंड बिल्डिंग डिपार्टमेंट के रवैये से नाराज एडहाक कमेटी अब विजिलेंस जांच करवाएगी। जांच की शुरुआत कैंट के रहने वाले एक कालोनाइजर से होगी जिसने 35 अवैध कालोनियां विकसित कर डालीं।
एडहाक कमेटी के चेयरमैन निर्मल सिंह निम्मा के नेतृत्व में मंगलवार को हुई मीटिंग में कमेटी सदस्यों ने कहा कि अफसर जानबूझकर अवैध कालोनियां विकसित करने वालों पर कार्रवाई नहीं कर रहे। बार-बार प्रस्ताव रखा गया है लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं हुई। अब कमेटी ने फैसला लिया है कि कालोनाइजर के खिलाफ स्टेट विजिलेंस को शिकायत देंगे। कार्रवाई नहीं करने वाले अफसरों के खिलाफ भी जांच करवाएंगे।
उन्होंने कहा कि जांच से पता चल सकेगा कि कार्रवाई नहीं करने के पीछे किसका दबाव था और किस-किस को इससे लाभ मिला है। निम्मा ने कहा कि अफसरों ने एक बार भी कार्रवाई नहीं की। ऐसे में अफसरों की भूमिका की जांच भी जरूरी है। अफसरों से जब भी कार्रवाई की बात की गई तो हर बार दबाव की बात करके वह कार्रवाई करने से बचते रहे। मीटिंग में निम्मा के साथ मेंबर सुशील कालिया, लखबीर सिंह बाजवा, मिंटू जुनेजा, मनमोहन सिंह मौजूद रहेे।
पूरा रिकार्ड मांगा, आज फिर मीटिंग
निम्मा ने कहा कि कमेटी ने बिल्डिंग ब्रांच से अवैध कालोनियों का पूरा रिकार्ड मांगा है। बुधवार को दोबारा मीटिंग करके सभी फैक्ट इकट्ठे करेंगे। बुधवार या वीरवार को रिकार्ड पूरा करने के बाद स्टेट विजिलेंस को शिकायत और रिकार्ड सौंप देंगे। कमेटी एक साल से शहर में अवैध कालोनियां विकसित करने वालों के खिलाफ रिकार्ड एकत्रित कर रही है।