सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह बोले, ओमिक्रोन वैरिएंट को हराना है तो ईमानदारी से करें नियमों का पालन

जालंधर में सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह ने कहा कि ओमिक्रोन प्रभावित देशों से आए लोगों को सरकार की नीतियों का पालन ईमानदारी से करना चाहिए। उन्हें प्रशासन व सेहत विभाग को सही जानकारी देनी होगी जिसके आधार पर बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 09:54 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 04:00 PM (IST)
सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह बोले, ओमिक्रोन वैरिएंट को हराना है तो ईमानदारी से करें नियमों का पालन
जालंधर के सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह। फाइल फोटो

जगदीश कुमार, जालंधर। अब कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। अगर लोग ईमानदारी बरतें तो वायरस के इस स्वरूप को फैलने से पहले ही हराया जा सकता है। ओमिक्रोन प्रभावित देशों से आए लोगों को सरकार की नीतियों का पालन ईमानदारी से करना चाहिए। उन्हें प्रशासन व सेहत विभाग को सही जानकारी देनी होगी, जिसके आधार पर बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है। ऐसे विचार सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह ने दैनिक जागरण के साथ खास बातचीत के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग से ही कोरोना के नए वेरिएंट पर विजय पाना संभव है। यह बात कही जालंधर के सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह ने। उन्होंने कोरोना महामारी और ओमिक्रोन के खतरे से जुड़े कई प्रश्नों के उत्तर दिए।

सवाल: ओमिक्रोन प्रभावित देशों से आने जो लोग गलत सूचना दे रहे हैं, उनके लिए विभाग क्या कर रहा है?

विभाग को एयरपोर्ट अथारिटी की ओर से सरकार के माध्यम से पूरे पंजाब की सूची मिल रही है। उसमें से जिले से संबंधित यात्रियों को ढूंढ़ कर ब्लाक स्तर पर सूची भेजी जाती है। विभाग की टीमें उन घरों तक पहुंच रही हैं। गलत सूचना भी लोग दे रहे हैं। इसकी जानकारी पुलिस को दी जाती है।

सवाल: नए वैरिएंट की गिरफ्त में आने वाले लोगों के इलाज के लिए क्या रणनीति बनाई है?

कोरोना के पुराने वेरिएंट के इलाज के लिए सब डिवीजन स्तर के अस्पतालों में इंतजाम किए गए हैं। नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मरीजों का इलाज करने के लिए विशेष वार्ड तैयार करवाया गया है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिए अस्पताल में 382 बेड तैयार है।

सवाल: राज्य को टीबी मुक्त के लिए क्या किया जा सकता है?

मरीजों के आनलाइन पंजीकरण में जिला काफी पिछड़ा है। साल 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य है। संबंधित अधिकारियों और मुलाजिमों को आनलाइन पंजीकरण 100 फीसद तथा डाट प्रणाली को मजबूत बनाने की सख्त हिदायतें दी जाएंगी।

सवाल: कोरोना काल के बाद मिलावटी व निम्नस्तरीय खाद्य पदार्थो की बढ़ रही बिक्री को कम करने के लिए क्या कार्रवाई की जाएगी?

लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बिल्कुल बर्दाशत नहीं किया जाएगा। हाल ही में नए जिला सेहत अधिकारी की तैनाती हुई है। उनके साथ मिल कर खाद्य पदार्थ तैयार करने व बेचने वालों के साथ बैठक कर उन्हें चेतावनी दी जाएगी। इसके बाद लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों पर छापामारी कर सेंपल भरे जाएंगे।

सवाल: वैक्सीनेशन सेंटरों पर लोगों की संख्या कम हो रही है। लक्ष्य को पूरा करने के लिए क्या प्रयास किए जाएंगे?

कोरोना के मरीजों की संख्या कम होने के बाद त्योहारों की सीजन शुरू हो गया। उसके बाद नेशनल रूरल हेल्थ मिशन के मुलाजिम हड़ताल पर चल रहे हैं। इसकी वजह से सेंटरों पर वैक्सीन लगाने वालों की संख्या कम रही। वैक्सीन का लक्ष्य पूरा करने के लिए विभाग की टीमें दूसरी डोज लगवाने लोगों के साथ संपर्क कर उन्हें सेंटरों पर लेकर आ रही है। शहर के कुछ इलाकों में छोटे कैंप लगा कर लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है।

सवाल: मरीजों का विश्वास जीतने के लिए क्या कोई प्रयास किए जाएंगे?

मैंने ज्वाइनिंग के समय स्टाफ को एक बात कही थी की कि जो मरीज आते है पहले उनकी पूरी बात सुने। उनसे प्यार से बात करने से ही मरीज की आधी बीमारी खत्म हो जाती है। डाक्टर और मरीज में रिश्तों की डोर मजबूत करने के लिए एसएमओज को भी हिदायतें दी गई है। विभाग की ओर से मरीजों का विश्वास मजबूत करने के लिए सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं का विस्तार किया गया है।

व्यक्ति परिचय

नाम : डा. रणजीत सिंह

सिविल सर्जन जालंधर

एमबीबीएस : 1983-87 सरकारी मेडिकल कालेज अमृतसर

एमडी पीडियाटिक्स : 1994-1997 सरकारी मेडिकल कालेज पटियाला

पीसीएमएस ज्वाइंनिंग जनवरी 1991 (काहनूवान , गुरदासपुर )

एसएमओ पदोन्नत फरवरी 2015

डिप्टी डायरेक्टर पदोन्नत 01 जनवरी 2021(सिविल सर्जन होशियारपुर)

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