शहीदों की हर पल याद दिलाता है जालंधर शहर का वार मेमोरियल, जानिए इससे जुड़ी खास बातें
देश के शहीदों को हमेशा जहन में रखने एवं उन्हें श्रद्धांजलि भेंट करने के लिए अप्रैल 1981 में जालंधर में वार मेमोरियल बनाया गया था। जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां पर आते हैं। यहां शहीदों के परिवारों को समय-समय पर सम्मानित किया जाता है।
जालंधर, [प्रियंका सिंह]। जालंधर शहर इतिहास एवं साहित्य को संजोए रखने में शुरू से ही अपना अहम योगदान दे रहा है। यह शहर देश के लिए शहीद हुए सैनिकों की यादों को भी संभाले हुए हैं। शहर के बस स्टैंड के पास पंजाब स्टेट वार मेमोरियल बनाया गया है, जिसमें देश के ऊपर हंसते-हंसते अपनी जान न्यौछावर करने वाले वीर सपूतों की यादों को संभालकर रखा गया है।
वार मेमोरियल लोगों के के मन में देश के प्रति हमेशा कुछ कर गुजरने की भावना को जगाता रहता है। शहीदों की याद में यहां समय-समय पर कार्यक्रम करवाए जाते हैं जिसमें शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया जाता है।
शहीदों की याद में हुआ था निर्माण
देश के शहीदों को हमेशा जहन में रखने एवं उन्हें श्रद्धांजलि भेंट करने के लिए अप्रैल 1981 में जालंधर में वार मेमोरियल बनाया गया था। जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां पर आते हैं।
50 फीट ऊंचा यादगारी स्तंभ की खासियत
वार मेमोरियल में एक स्मारक बना हुआ है, जिसके केंद्रीय स्मार्क हेक्सागोनल प्लेटफार्म पर सफेद संगमरमर और लाल रेत के पत्थर का 50 फीट ऊंचा स्तंभ बनाया गया है। यहां जालंधर जिले के हर गांव से मिट्टी लाकर रखी गई है। इसकी दीवारों पर 1947 में बहादुरी पुरस्कार विजेताओं के नाम ग्रेनाइट पत्थर पर उकेरे गए हैं।
वार मेमोरियल की खूबसूरती काबिले तारीफ
शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि भेंट करने के लिए बनाया गया वार मेमोरियल यादगारी के तौर पर एवं यात्रा की नजर से भी बहुत खूबसूरत है। यहां आने से मन को एक अलग सुकून और शांति मिलती है। जो भी इस स्थान पर जाता है, उनके मन में देशभक्ति की भावना उत्पन्न हो जाती है।
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें