जालंधर कैंट की टिकट के लिए कांग्रेसियों में अब कैप्टन के करीब जाने की होड़, परगट सिंह विरोधी लामबंद
जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार संदीप संधू ने उन्हें फोन पर यह धमकी दी है कि उनके खिलाफ विजिलेंस जांच हो सकती है। इसके बाद उन्हें अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट कितना लगभग नामुमकिन है।
जालंधर, जेएनएन। विधायक परगट सिंह के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर सीधे आरोपों के बाद आगामी विधानसभा चुनाव में अब जालंधर कैंट विधानसभा सीट को लेकर लामबंदी शुरू हो गई है। करीब 8 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 में परगट सिंह की दावेदारी अब खत्म होने जा रही है। इसी के साथ कांग्रेस नेताओं में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीब आने की होड़ शुरू हो गई है। जालंधर कैंट से मौजूदा विधायक परगट सिंह की टिकट पर पहले से ही सवाल खड़े हो रहे थे। अब यह तय माना जा रहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी परगट सिंह को अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी साइडलाइन कर सकती है।
एक दिन पहले ही परगट ने बोला था कैप्टन पर हमला
एक दिन पहले विधायक परगट सिंह ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार संदीप संधू ने उन्हें फोन पर यह धमकी दी है कि उनके खिलाफ विजिलेंस जांच हो सकती है। इसके बाद उन्हें अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट कितना लगभग नामुमकिन है। अब परगट सिंह विरोधी खेमा भी कैंट में सक्रिय हो गया है। जालंधर कैंट विधानसभा सीट से कांग्रेस टिकट के लिए पूर्व विधायक जगबीर बराड़, चेयरमैन तेजिंदर सिंह बिट्टू, चेयरमैन राजेंद्र पाल सिंह राणा रंधावा प्रमुख दावेदार हैं। कांग्रेस में शामिल होने के बाद पिछली बार जगबीर बराड़ को परगट सिंह के कारण ही टिकट से हाथ धोना पड़ा था। बराड़ ने पिछला चुनाव नकोदर से लड़ा था लेकिन अब भी वह जालंधर कैंट सीट से मजबूत दावेदार माने जाते हैं।
चेयरमैन तेजिंदर सिंह बिट्टू कैंट सीट से टिकट के मजबूत दावेदार हैं। वह लंबे समय में जालंधर सेंट्रल सीट पर एक्टिव रहे हैं लेकिन यहां हिंदू उम्मीदवार को ही टिकट देने का दबाव रहता है। इसलिए, जालंधर कैंट सीट से भी उनका दावा मजबूत माना जाता है। कैंट क्षेत्र के कई पार्षद बिट्टू के संपर्क में हैं।
मुख्यमंत्रियों के करीबियों में होती राणा रंधावा की गिनती
करतारपुर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन व युवा नेता राजेंद्र पाल सिंह राणा रंधावा जालंधर कैंट सीट से टिकट की मांग करते रहे हैं। वह पिछली बार भी टिकट के प्रमुख दावेदार थे और लगातार कैंट में सक्रिय रहते हैं। उनकी गिनती भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबियों में होती है और वह लगातार कैप्टन के हक में आवाज बुलंद करते आए हैं।