जालंधर में मुफ्त बस सेवा के लिए महिला से आधार कार्ड मांगना कंडक्टर को पड़ गया महंगा, स्वजनों ने की पिटाई
जालंधर में रोडवेज बस कंडक्टर को एक महिला युवती और नाबालिग बच्ची से मुफ्त सफर के लिए आधार कार्ड की ओरिजनल कापी मांगना भारी पड़ गया। इससे नाराज युवती और महिला के स्वजनों ने कंडक्टर की पिटाई करते हुए बस में तोडफ़ोड़ करने की भी कोशिश की।
जालंधर, जेएनएन। महितपुर थानाक्षेत्र में एक रोडवेज बस कंडक्टर को एक महिला, युवती और नाबालिग बच्ची से मुफ्त सफर के लिए आधार कार्ड की ओरिजनल कापी मांगना भारी पड़ गया। इससे नाराज युवती और महिला के स्वजनों ने कंडक्टर की पिटाई करते हुए बस में तोडफ़ोड़ करने की भी कोशिश की।
मोगा के जीदड़ा निवासी रोडवेज कंडक्टर गुरप्रीत सिंह ने बताया कि 16 जून को वह बस लेकर नकोदर से जगराओं की तरफ जा रहा था। नकोदर में उनकी बस में एक महिला, एक युवती बच्ची के साथ बस में चढ़ी। गुरप्रीत ने उनसे आधार कार्ड दिखाने को कहा, लेकिन दोनों महिलाओं के पास आधार कार्ड की फोटो कापी ही थी और बच्ची के पास आधार कार्ड नहीं था। गुरप्रीत ने जब उन लोगों से कहा कि आधार कार्ड की फोटो कापी के आधार पर टिकट माफ नहीं हो सकती तो दोनों महिलाएं बहस करने लगी। गुरप्रीत ने तीनों का महितपुर तक का टिकट काट दिया।
इसके बाद महिलाएं महितपुर में उतर गईं। गुरप्रीत जब बस का दूसरा चक्कर लगाने के लिए जगराओं से रवाना हुआ तो तीन बजे के करीब जब बस मुहेमा पिंड के पास पहुंची तो कुछ लोगों ने बस को रुकवाया और दातर और तलवारों से कंडक्टर और ड्राइवर पर हमला कर दिया। ड्राइवर ने बस भगाने की कोशिश की तो आरोपित बस से कूदकर फरार हो गए। शिकायत की जांच करने के बाद पुलिस ने महितपुर की अमनप्रीत कौर और शाहकोट की राजबीर कौर के साथ साथ आधा दर्जन अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।