जालंधर भाजपा अध्यक्ष सुशील बोले- पार्टी पर प्रहार करके अपनी नकारात्मक मनोदशा दर्शा रहे अनिल जोशी

जालंधर शहर अध्यक्ष सुशील शर्मा ने पंजाब सरकार में लोकल बॉडी मिनिस्टर रहे अनिल जोशी के पार्टी पर लगाए आरोपों पर उन्हें आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि जोशी के विचार उनकी संकीर्ण सोच को साबित करते हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 06:01 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 06:01 PM (IST)
जालंधर भाजपा अध्यक्ष सुशील बोले- पार्टी पर प्रहार करके अपनी नकारात्मक मनोदशा दर्शा रहे अनिल जोशी
जिला भाजपा अध्यक्ष सुशील शर्मा की फाइल फोटो।

जालंधर, जेएनएन। भाजपा जालंधर शहर अध्यक्ष सुशील शर्मा ने पंजाब सरकार में लोकल बॉडी मिनिस्टर रहे अनिल जोशी के पार्टी पर लगाए आरोपों पर उन्हें आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि जोशी के विचार उनकी संकीर्ण सोच को साबित करते हैं। पिछले वर्ष जब करोना का कहर पूरे देश व प्रदेश में मंडरा रहा था, तब से अनिल जोशी अपने घर में बंद थे। शर्मा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अनिल जोशी ने पूर्व वित्त मंत्री स्व. अरुण जेटली जी को अमृतसर से चुनाव लड़ने का आग्रह किया था। आश्वासन दिया था कि हम आपको भारी मतों से विजय दिलवाएंगे। परंतु उनका वर्चस्व इतना था कि स्व. जेटली लगभग 1लाख वोटों से हार का सामना करना पड़ा था।

अनिल जोशी का यह मानना है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को 117 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी नहीं मिल पाएंगे। मुझे लगता है कि उनकी स्मरण शक्ति बहुत कमजोर हो चुकी है क्योंकि विगत नगर निगम एवं नगर परिषद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के पूरे प्रदेश में लगभग 1100 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था। यह चुनाव उस समय लड़ा गया जब किसान आंदोलन पूरे जोर पर चल रहा था। इससे यह साबित होता है कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता पूरे जोर-शोर से संगठन के कार्य मे लगा हुआ है।

भारतीय जनता पार्टी में रहते हुए अनिल जोशी जी ने राजनीतिक बुलंदियों को हासिल किया लेकिन आज उनका संगठन के ऊपर प्रहार करना, उनकी नकारात्मक मनोदशा दर्शाता है। अनिल जोशी का यह कहना है कि पंजाब प्रदेश संगठन और केंद्र के साथ उनका संवाद बहुत कम है, यह बात पूरी तरह गलत है। शर्मा ने कहा कि वह जालंधर जिले के अध्यक्ष हैं। इस नाते प्रदेश की टीम ने उन सभी विषयों को उनके ध्यान में लाने का कार्य किया है जो महत्वपूर्ण हैं। केंद्र और पंजाब के संवाद की बात हो या किसानों के साथ जुड़े हर एक पहलू की, सभी कार्यकर्ताओं के साथ स्पष्ट किया है। अनिल जोशी प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं में आते हैं तो यह संवाद उनके ध्यान में क्यों नहीं आया। यह भी उनकी मानसिकता एवं मनोदशा को स्पष्ट करता है।

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