जालंधर में थाना भार्गव कैंप के SHO पर जानलेवा हमला, खुद को नेवी अफसर बताने वाले ने बरसाए लात-घूंसे
एसएचओ भगवंत सिंह भुल्लर ने बताया कि शनिवार रात उनकी जोन 2 के एरिया में नाइट ड्यूटी लगी थी। रात करीब 145 बजे माता रानी चौक पर चार कार के बाहर खड़े थे। कर्फ्यू में बाहर खड़े होने के बारे में पूछने पर उन्होंने उन पर हमला कर दिया।
जालंधर, जेएनएन। थाना भार्गव कैंप के प्रभारी भगवंत सिंह भुल्लर पर शनिवार रात हमला हो गया। कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने कुछ लोगों को रात पौने दो बजे कर्फ्यू में खड़े होने का कारण पूछ लिया था। खुद को नेवी अफसर बताने वाले युवक ने अपने साथियों के साथ थाना प्रभारी पर लात घूंसे बरसाए। इस दौरान थाना प्रभारी बुरी तरह से घायल हो गए और उनकी नाक और मुंह से खून बहने लगा। उनकी वर्दी भी फट गई। एसएचओ भगवंत सिंह घायल हालत में ही हमलावरों से भिड़ गए और दो को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपितों के नाम मनप्रीत और कमलदीप हैं।
एसएचओ भुल्लर ने बताया कि बाकी दो आरोपितों की तलाश की जा रही है। वहीं, हमलावर वेस्ट एरिया के ही कद्दावर कांग्रेसी नेता के रिश्तेदार बताया जा रहे हैं। एसएचओ ने बताया कि शनिवार रात उनकी जोन 2 के एरिया में नाइट ड्यूटी लगी थी। वह गश्त करते हुए साथियों सहित रात करीब 1:45 बजे माता रानी चौक पर पहुंचे। वहां पर दो गाड़ियां खड़ी थी और चार लोग गाड़ियों के बाहर खड़े थे। उन्होंने जब वहां पर कर्फ्यू के दौरान पर खड़े होने का कारण पूछा तो उनमें से एक युवक, जो खुद को नेवी का अफसर बता रहा था, ने गाली गलौज शुरू कर दी। थाना प्रभारी ने रोकने का प्रयास किया तो चारों ने मिलकर उन पर हमला कर दिया। उनके साथ खड़े पुलिसकर्मी पर भी हमला हुआ और उसकी एके-47 छीनने का भी प्रयास किया गया। उन्होंने जख्मी हालत में ही दो आरोपित पकड़ लिए,जबकि दो फरार हो गए।
मामला रफा-दफा करने में जुटे बड़े कांग्रेस नेता
रविवार सुबह से ही कई बड़े कांग्रेसी नेता इस मामले को रफा-दफा करने में जुट गए थे, लेकिन पुलिस ने चारों के खिलाफ ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी पर हमला और वर्दी फाड़ने का मामला दर्ज कर लिया। इस संबंध में एसीपी हरविंदर सिंह भल्ला ने बताया कि फरार आरोपितों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विधायक रिंकू पहुंचे एसएचओ का हाल जानने
थाना भार्गव कैंप के प्रभारी भगवंत सिंह भुल्लर पर हुए जानलेवा हमले के बाद सुबह अस्पताल में उनका हाल जानने के लिए विधायक सुशील रिंकू भी पहुंचे। आरोपितों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज नहीं किया गया है। राजनीतिक दबाव के चलते सिर्फ मारपीट करने, वर्दी पर हाथ डालने आने जैसी धाराएं लगाई गई हैं। आरोपित इलाके के कद्दावर नेता के रिश्तेदार होने के चलते सत्ता पक्ष के लोग आरोपितों को बचाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। कुछ समय पहले कर्फ्यू के दौरान ही एक युवक गाड़ी चलाते गलती से पुलिसकर्मी से टकरा गया था। उसके बाद उस युवक के खिलाफ धारा 307 यानी हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। अब थाना प्रभारी भगवंत सिंह के ऊपर सीधा हमला हुआ है।
आरोप- बड़ी पहुंच वाले लोगों पर पुलिस हाथ नहीं डालती
हमला करने वालों ने बीच रास्ते उनको पीटा लेकिन पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज नहीं किया। ऐसे में अब लोगों में यह बात भी फैल रही है कि पुलिसकर्मी भी सिर्फ उसी पर संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज करते हैं जिसकी कोई पहुंच नहीं होती। बड़ी पहुंच वाले पर पुलिस पर सीधे हाथ नहीं डालते हैं और उनके खिलाफ संगीन धाराएं नहीं लगती।
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