Jalandhar Teachers Protest: बीएड अध्यापक यूनियन का बस स्टैंड में प्रदर्शन जारी, टंकी पर चढ़े मनीष की हालत में सुधार नहीं
जालंधर में पानी की टंकी पर चढ़े मनीष की हालत में भी कोई सुधार नहीं हैं। सोमवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। वह अभी चलने-फिरने में असमर्थ हो गए हैं। स्वास्थ्य गंभीर रूप से खराब होने पर डाक्टर ने उन्हें अस्पताल में दाखिल होकर उपचार करवाने को कहा है।
जासं, जालंधर। बीएड अध्यापक यूनियन का बस स्टैंड में प्रदर्शन 20वें दिन भी जारी है। पास में पानी की टंकी पर चढ़कर धरने पर बैठे अध्यापक मनीष निवासी फाजिल्का की हालत में भी कोई सुधार नहीं हैं। उन्हें टंकी पर चढ़े तीन सप्ताह से ज्यादा हो गए हैं। तबीयत बिगड़ने के कारण वह अब शुरुआती दिनों की तरह चल-फिर नहीं पाते हैं। शारीरिक एक्टिविटी बिल्कुल भी न हो पाने की वजह से उन्हें भूख नहीं लग रही। शरीर का अंग-अंग दुख रहा है और पैरों में भी सूजन आने लगी है।
मनीष को कई दिन से तेज बुखार
सोमवार को डाक्टरों की टीम ने उनका चेकअप किया था। साथ ही चेतावनी व सुझाव दिया था कि वे अपना इलाज करवा लें क्योंकि हालात अब तेजी से बिगड़ रही है। उन्हें एक-दो दिनों से नहीं बल्कि कई दिनों से बुखार चढ़ रहा है। इस वजह से उन्हें अस्पताल में दाखिल होकर ही अपना इलाज करवाना। वहीं, मनीष ने साफ कह दिया कि वे अस्पताल में नहीं जाएंगे, जो चेकअप करना है या सैंपल लेना है, यहीं पर ले लें। बता दें कि मनीष संगरूर में पहले भी करीब दो महीने तक पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन कर चुके हैं।
एसडीएम अटवाल भी मनीष को मनाने में विफल रहे
उनसे मिलने गए डाक्टरों की समस्या यह है कि लैब टेक्नीशियन सामान लेकर पानी की टंकी पर नहीं चढ़ सकते हैं। हर प्रकार के टेस्ट करवाने के लिए उन्हें अस्पताल दाखिल होना ही होगा। दूसरी तरफ देर रात एसडीएम हरप्रीत अटवाल भी डाक्टरों के साथ उन्हें समझाने के लिए पानी की टंकी पर चढ़कर गए। उन्होंने भी मनीष को समझाने के प्रयास किए। मगर अब तक मनीष की तरफ से कोई भी रिस्पांस नहीं दिया गया और न ही यूनियन की तरफ से उन्हें नीचे उतरने के लिए कहा जा रहा है।
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