जालंधर में बैंकों का कामकाज पटरी पर लौटा, कैश ट्रांस्जेक्शन 200 करोड़ रुपये तक पहुंची

जिले की 700 से ज्यादा बैंक शाखाओं में कैश ट्रांस्जेक्शन बढ़कर 220 करोड़ तक पहुंच गई है। अब लॉकडाउन से पहले की तरह करीब 40 हजार चेक भी रोजाना क्लीयर हो रहे हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 04:24 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 04:24 PM (IST)
जालंधर में बैंकों का कामकाज पटरी पर लौटा, कैश ट्रांस्जेक्शन 200 करोड़ रुपये तक पहुंची
जालंधर में बैंकों का कामकाज पटरी पर लौटा, कैश ट्रांस्जेक्शन 200 करोड़ रुपये तक पहुंची

जालंधर [कमल किशोर]। जिले में बैंकों का कारोबार पटरी पर आना शुरू हो चुका है। आम दिनों में बैंकों में रोजाना 200 करोड़ रुपये की ट्रांस्जेक्शन होती थी, चालीस हजार चेक क्लीयरेंस के लिए लगते थे। लाॅकडाउन के दौरान अप्रैल में कैश ट्रांस्जेक्शन चालीस करोड़ रुपये तक सिमट गई थी। चेक क्लीरेंस में भी 60 प्रतिशत तक की गिरावट आंकी गई थी। जैसे-जैसे लाॅकडाउन में ढील मिलती गई, बैंकों का कारोबार आम दिनों की तरह पहुंचने लगा है। बैंक प्रबंधनों का कहना है कि अप्रैल मैं कैश ट्रांस्जेक्शन 60 करोड़, मई में 80 करोड़ और जून में 120 करोड़ थी। जुलाई में यह बढ़कर 220 करोड़ तक पहुंच गई।

अब कस्टमर को बैंकों में नकदी की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। अब आम दिनों की तरह ही चालीस हजार चेक क्लीयरेंस के लिए लग रहे हैं। इंडस्ट्री व अन्य कारोबार खुलने की वजह से बैंकों के कारोबार भी पटरी पर लौट आया है। बता दें कि जिले में 700 से अधिक बैंक शाखाएं हैं।

पिछले वित्तीय वर्ष में एमएसएमंई ने लिया था 3298 करोड़़ का ऋण
पिछले वित्तीय वर्ष की बात करें तो बैंकों ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) को 3298 करोड़ के ऋण वितरित किए थे। कृषि सेक्टर को 4200 करोड़ के ऋण वितरित किए थे। इस वर्ष लाॅकडाउन के दौरान अप्रैल व मई में बैंकों ने 15000 कृषि से जुड़े लोगों को 250 करोड़ व एमएसएमई सेक्टर के 20,000 लोगों को 200 करोड़ के ऋण वितरित किए है। बैंक प्रबंधनों का कहना है कि पिछले वर्ष अप्रैल व मई में शिक्षा, एमएसएमई, कृषि सेक्टर से जुड़े लोगों को करीब 900 करोड़ रुपये वितरित किए गए थे।

बैंकों का कारोबार पटरी पर आना हुआ शुरू


यूको लीड बैंक मैनेजर परमजीत सिंह ने कहा कि आम दिनों की तरह ही बैंका का कामकाज पटरी पर आना शुरू हो चुका है। अप्रैल में नकदी की निकासी कम थी। अब कस्टमर को नकदी की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। अब पहले की तरह ही 200 करोड़ प्रतिदिन कैश ट्रांस्जेक्शन हो रही है।

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी