एटीएम डिवाइस मामला : कोलकाता से गैंग के किंगपिन सहित तीन गिरफ्तार, 2.28 करोड़ की हुई है ठगी

करतारपुर में एटीएम में डिवाइस लगाकर पैसे निकालने के मामले में दो आरोपितों की गिरफ्तारी करने के बाद से ही फरार चल रहे तीन और आरोपित कोलकाता से धर लिए गए हैं। इस गैंग ने अबतक एटीएम में डिवाइस लगाकर कुल 2.28 करोड़ की ठगी की है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 09:23 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 09:23 AM (IST)
एटीएम डिवाइस मामला : कोलकाता से गैंग के किंगपिन सहित तीन गिरफ्तार, 2.28 करोड़ की हुई है ठगी
एटीएम डिवाइस मामले में साइबर सिक्योरिटी ट्रेनर मुदित।

जालंधर [अखंड]। करतारपुर में एटीएम में डिवाइस लगाकर पैसे निकालने के मामले में दो आरोपितों की गिरफ्तारी करने के बाद से ही फरार चल रहे तीन और आरोपित कोलकाता से धर लिए गए हैं। जालंधर पुलिस की लीड पर कोलकाता पुलिस ने गैंग के किंगपिन होशियारपुर के मुंडावली के रहने वाले संदीप उर्फ सैंडी, नई दिल्ली के छतरपुर चंदनहौला निवासी नवीन गुप्ता उर्फ नकुल और उनके राजस्थान के चुरु निवासी माइकल को गिरफ्तार किया है। इस गैंग ने अबतक एटीएम में डिवाइस लगाकर कुल 2.28 करोड़ की ठगी की है। गैंग का नेटवर्क दिल्ली, पंजाब सहित कई राज्यों में फैला हुआ है। अब इस मामले में जालंधर का रहने वाला तरनप्रीत नामक आरोपित फरार है।

यह गैंग एटीएम में डिवाइस लगाकर ठगी करता था। एक समय में गैंग के तीन लोग मिलकर ठगी करते थे। इसमें से एक व्यक्ति इलाके का जानकार होता है, जो ठगों को शहर के खाली और सुनसान इलाके के एटीएम मशीनों के बारे में जानकारी देता था। दूसरा व्यक्ति एटीएम में डिवाइस सेट करता था और तीसरा व्यक्ति कहीं दूर बैठकर अपने कंप्यूटर के जरिए मशीन को आपरेट करता था और फिर डिवाइस लगाने वाला व्यक्ति जाकर एटीएम से पैसे निकाल लेता था। आरोपितों से पूछताछ में 2.28 करोड़ की ठगी में से 28 लाख की ठगी जालंधर में की गई है। ऐसी ही एक ठगी की वारदात को करतारपुर के एक निजी एटीएम में अंजाम देते समय पुलिस ने दिल्ली के कृष्णा नगर के रहने वाले नीतिश सोमानी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया था। पैसे निकालने के एवज में एक आरोपित को निकाली गई रकम का 10 प्रतिशत हिस्सा दिया जाता था। इस गैंग को दिल्ली में बैठा होशियारपुर का रहने वाला सैंडी और दिल्ली के छतरपुर के चंदनहौला का रहने वाला नवीन गुप्ता उर्फ नकुल आपरेट करते थे।

एक दूसरे से अंजान था गैंग का हर सदस्य

इस गैंग के मेंबर एक दूसरे से अंजान थे। करतारपुर से बीते दिनों गिरफ्तार किए गए नीतीश सोमानी ने पूछताछ में कबूला था कि वो अपने साथ आए दोनों ही आरोपितों को नहीं जानता था। इन दोनों से वह जालंधर आकर ही मिला था। गैंग के सदस्य रामामंडी इलाके के एक होटल में तीन दिनों तक रुके थे। इसी होटल की सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को रामामंडी इलाके के रहने वाले सुखप्रीत उर्फ फ्रैंक का भी सुराग मिला था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।

आरोपितों को ट्रांजिट रिमांड पर लाया जाएगा जालंधर

करतारपुर थाने के इंस्पेक्टर राम सिंह ने बताया कि कोलकाता में गिरफ्तार हुए इन आरोपितों पर करतारपुर थाने में केस दर्ज है। आरोपितों को एटीएम से निकाली गई रकम की रिकवरी के लिए कोलकाता से ट्रांजिट रिमांड पर जालंधर ले आने की तैयारी चल रही है। इसके बाद इन आरोपितों से पूछताछ कर पैसे रिकवर किए जाएंगे।

सावधानी ही है बचाव

इस बारे में जब साइबर सिक्योरिटी ट्रेनर मुदीत से बात की गई तो उनका कहना था कि ऐसे मामलों में एटीएम धारक की सावधानी से ही बचाव हो सकता है। ऐसे मामलों में ठग उन एटीएम मशीनों को निशाना बनाते हैं जो कि सुनसान इलाके में होते हैं और उनपर कोई गार्ड नहीं होता। पुलिस व बैंक प्रबंधक को भी सचेत रहना चाहिए।

एटीएम इस्तेमाल करते समय बरतें सावधानियां

- एटीएम में कोड डालते समय अंक छुपाकर रखें

- सुनसान और बिना गार्ड वाले एटीएम काप्रयोग करने से बचें

- किसी भी एटीएम को इस्तेमाल करने से पहले उसके की-पैड को हिला कर देखें

- कुछ दिनों के अंतर के बाद अपना पासवर्ड बदलते रहें

- अपना पिन और एटीएम कार्ड नंबर किसी को न दें

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