UDID कार्ड बनाने के लिए जिले में लगाए जाएंगे 7 कैंप, जानें कौन ले सकते हैं इसका लाभ

डीसी ने विभाग को अधिक से अधिक कैंप लगाने और म्यूनिसीपल कौंसलरों/सरपंचों/आशा वर्करों को कैंपों के बारे में आम लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए कहा ताकि विशेष आवश्यकताओं वाले व्यक्ति योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ ले सकें।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 05:39 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 05:39 PM (IST)
UDID कार्ड बनाने के लिए जिले में लगाए जाएंगे 7 कैंप, जानें कौन ले सकते हैं इसका लाभ
जालंधर में 23 जून से यूडीआईडी कार्ड बनाने के कैंप लगाए जा रहे हैं।

जालंधर, जेएनएन। डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग को विलक्षण अपंगता पहचान पत्र (यूनिक डिसएबिलटी आइडेंटी कार्ड- USID) के लिए विशेष आवश्यकताओं वाले व्यक्तियों की रजिस्ट्रेशन में तेजी लाने के लिए जिले में विशेष कैंप लगाने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने 7 विशेष कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं। डीसी ने विभाग को अधिक से अधिक कैंप लगाने और म्यूनिसीपल कौंसलरों/सरपंचों/आशा वर्करों को कैंपों के बारे में आम लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए कहा ताकि विशेष आवश्यकताओं वाले व्यक्ति योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ ले सकें।

डीसी थोरी ने कहा कि वह खुद नियमित तौर पर रजिस्ट्रेशन में हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे। उन्होंने विशेष आवश्यकताओं वाले सभी व्यक्तियों को यूडीआईडी. कार्ड के लिए कैंपों में अपना आधार कार्ड, वोटर कार्ड या उम्र का कोई सबूत, पासपोर्ट आकार की फोटो लेकर आने की अपील की। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि यूडीआईडी कार्डों के लिए सेवा केंद्रों के अलावा निजी तौर पर आनलाइन भी अप्लाई किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अंगहीनता सर्टिफिकेट जारी करने से पहले हर मंगलवार और गुरुवार को आरथोपैडिक्स, ईएनटी और आंखों के माहिर, मनोरोग के माहिर और दूसरे एक पैनल की तरफ से शारीरिक जांच की जाती है। 

उन्होंने कहा कि यह कार्ड विशेष आवश्यकताओं वाले व्यक्तियों को सिर्फ पारदर्शिता, कुश्लता और सरकारी लाभ पहुंचाने में आसानी को बढ़ावा देने के लिए ही नहीं जारी किए जा रहे, बल्कि इनसे समानता को भी बढ़ावा मिलेगा। डीसी ने कहा कि कार्ड लागू करने के साथ सभी स्तर, जैसे कि गांव स्तर, ब्लॉक स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर से लाभपात्रियों की शारीरिक और वित्तीय प्रगति की निगरानी करने में भी सहायता मिलेगी। 

यूडीआईडी योजना की नोडल अधिकारी डॉ. अनु ने कहा कि यूडीआईडी में क्यूआर कोड छापा गया है, जो कार्ड धारक के निजी विवरण, योग्यताएं और पूरा पता जानने में भी सहायता करेगा। उन्होंने बताया कि कार्ड के साथ नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए सरकारी बसों में मुफ़्त बस सफ़र की सुविधा को यकीनी बनाने के अलावा अन्य दिव्यांग व्यक्तियों को 50 प्रतिशत रियायत प्रदान करने में भी मदद मिलेगी। इस योजना के अंतर्गत जिले में धारावाहिक कैंपों की शुरुआत 23 जून से होगी। इस दिन जमशेर में पहला कैंप लगाया जाएगा। इसके बाद करतारपुर, नूरमहल, नकोदर, शाहकोट, लोहियां खास और मेहतपुर में क्रमवार 23, 25, 30 जून को और 2, 7, 9, 14 जुलाई को कैंप लगाए जाएंगे। 

यूडीआईडी अधीन नेत्रहीन, कम नज़र आना, कुष्ट रोग, सुनने की कमज़ोरी, डवारफइज्म, बौद्धिक असमर्थता, मानसिक बीमारी, आटिज्म स्पेक्ट्रम डिसआर्डर, दिमाग का लकवा, मांसपेशी डिस्ट्राफी, गंभीर दिमागी हालत, विशेष सीखने की बीमारियाँं, मल्टीपल स्क्लोरोसिस, बोलने और भाषा की अयोग्यता, थैलेसीमिया, हीमोफिल्या, दांती सैल की बीमारी, मूक और नेत्रहीन सहित कई अयोग्यता, एसिड हमलों के शिकार और पारकिंसन रोग से पीडित शामिल लोग हैं।

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