अद्भुत है जालंधर का सौ साल पुराना माता शीतला मंदिर, मान्यता- दूर होते हैं त्वचा के रोग

इस मंदिर की मान्यता यह है कि त्वचा संबंधी समस्या यहां पर केवल कच्ची लस्सी और धार्मिक रस्मों को पूरी करने से दूर हो जाती हैं। ‌अगर किसी को चिकन पॉक्स की बीमारी लगती है तो लोग मंदिर में आकर धार्मिक रस्में मान्यता अनुसार पूरी करते हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 01 Jul 2021 01:58 PM (IST) Updated:Thu, 01 Jul 2021 01:58 PM (IST)
अद्भुत है जालंधर का सौ साल पुराना माता शीतला मंदिर, मान्यता- दूर होते हैं त्वचा के रोग
जालंधर के शीतला माता मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक है। जागरण

जालंधर, [प्रियंका सिंह]। जालंधर शहर के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल अपनी मान्यताओं के कारण देश विदेश में प्रसिद्ध हैं। इन्हीं में से एक है माता शीतला देवी मंदिर। यह माई हीरां गेट के सर्कुलर रोड पर स्थित है। यहां माह (मार्घशीर्ष) महीने के हर मंगलवार लगने वाले मेले में भक्तजन दूर-दूर से माता शीतला देवी मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं और अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए प्रार्थना करते हैं। ऐसा आस्था और मान्यता है कि  त्वचा या फिर चिकन पॉक्स संबंधी परेशानी से इस मंदिर में पहुंचने पर छुटकारा मिलता है।  

मंदिर की यह है मान्यता

माता शीतला देवी मंदिर का पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व है। हिंदू धर्म से जुड़े इस मंदिर की मान्यता यह है कि त्वचा संबंधी समस्या यहां पर केवल कच्ची लस्सी और धार्मिक रस्मों को पूरी करने से दूर हो जाती हैं। ‌अगर किसी को चिकन पॉक्स की बीमारी लगती है तो लोग मंदिर में आकर धार्मिक रस्में मान्यता अनुसार पूरी करते हैं। अगर किसी छोटे बच्चे को चिकन पॉक्स है तो वह 3 दिन और बड़े लोग 5 दिन निर्धारित रस्में पूरी करके अपनी समस्या से छुटकारा पा लेते हैं। 

 
हर साल लगता है विशाल मेला
मंदिर में माह के महीने हर मंगलवार को बड़ा मेला लगता है। इस मेले को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिलता है। बड़ी संख्या में दूर-दूर से भक्तजन इस मेले में शामिल होने के लिए आते हैं। मार्गशीर्ष के पूरे महीने यहां बहुत चहल-पहल रहती है। हर तरफ दुकानें सजी होती हैं, जहां से लोग खरीदारी करते हैं। फल, फूल और लस्सी चढ़ाकर श्रद्धालु माता के मंदिर में नतमस्तक होते हैं। 
 
विकास का काम अभी अधूरा
 
शहर में काफी विकास कर लिया है लेकिन शहर के कई मंदिर अभी तक भी पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाए हैं। माता शीतला देवी मंदिर में भी विकास कार्य की जरूरत है। मंदिर की पास वाली एक इमारत की हालत खस्ता है। मंदिर के ट्रस्टी का कहना है कि मंदिर के नवनिर्माण को लेकर नक्शा तैयार करवा लिया गया है। जल्द ही निर्माण कार्य भी शुरू किया जाएगा।
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