अद्भुत है जालंधर का सौ साल पुराना माता शीतला मंदिर, मान्यता- दूर होते हैं त्वचा के रोग
इस मंदिर की मान्यता यह है कि त्वचा संबंधी समस्या यहां पर केवल कच्ची लस्सी और धार्मिक रस्मों को पूरी करने से दूर हो जाती हैं। अगर किसी को चिकन पॉक्स की बीमारी लगती है तो लोग मंदिर में आकर धार्मिक रस्में मान्यता अनुसार पूरी करते हैं।
जालंधर, [प्रियंका सिंह]। जालंधर शहर के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल अपनी मान्यताओं के कारण देश विदेश में प्रसिद्ध हैं। इन्हीं में से एक है माता शीतला देवी मंदिर। यह माई हीरां गेट के सर्कुलर रोड पर स्थित है। यहां माह (मार्घशीर्ष) महीने के हर मंगलवार लगने वाले मेले में भक्तजन दूर-दूर से माता शीतला देवी मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं और अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए प्रार्थना करते हैं। ऐसा आस्था और मान्यता है कि त्वचा या फिर चिकन पॉक्स संबंधी परेशानी से इस मंदिर में पहुंचने पर छुटकारा मिलता है।
माता शीतला देवी मंदिर का पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व है। हिंदू धर्म से जुड़े इस मंदिर की मान्यता यह है कि त्वचा संबंधी समस्या यहां पर केवल कच्ची लस्सी और धार्मिक रस्मों को पूरी करने से दूर हो जाती हैं। अगर किसी को चिकन पॉक्स की बीमारी लगती है तो लोग मंदिर में आकर धार्मिक रस्में मान्यता अनुसार पूरी करते हैं। अगर किसी छोटे बच्चे को चिकन पॉक्स है तो वह 3 दिन और बड़े लोग 5 दिन निर्धारित रस्में पूरी करके अपनी समस्या से छुटकारा पा लेते हैं।