अष्टमी पर घर और मदिर के बाहर कंजक पूजन, उपहार में मास्क दिए

अष्टमी को लेकर मंगलवार को शहर में कंजक पूजन किया गया। इस बार कंजक पूजन करने वाले श्रद्धालुओं ने बच्चियों को खाने-पीने का सामान देने के साथ-साथ कोरोना महामारी से बचाव को लेकर मास्क भी उपहार में दिए। इससे पहले घर में प्रवेश से पहले हाथ तथा पांव धुलवाए गए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 07:46 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 07:46 PM (IST)
अष्टमी पर घर और मदिर के बाहर कंजक पूजन, उपहार में मास्क दिए
अष्टमी पर घर और मदिर के बाहर कंजक पूजन, उपहार में मास्क दिए

जागरण संवाददाता, जालंधर : अष्टमी को लेकर मंगलवार को शहर में कंजक पूजन किया गया। इस बार कंजक पूजन करने वाले श्रद्धालुओं ने बच्चियों को खाने-पीने का सामान देने के साथ-साथ कोरोना महामारी से बचाव को लेकर मास्क भी उपहार में दिए। इससे पहले घर में प्रवेश से पहले हाथ तथा पांव धुलवाए गए। घर के अंदर कंजक पूजन के दौरान बच्चियों को शारीरिक दूरी के साथ बिठाया गया। वहीं कई लोगों ने घर के अंदर कंजक पूजन करने की बजाय संकल्प लेने के बाद सामान को बाहर घर-घर जाकर वितरित किया। पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी चैत्र के नवरात्र पर कोरोना महामारी का साया रहा। - मंदिरों के बाहर भी कंजक पूजन किया

कोरोना महामारी के चलते भक्तों ने अष्टमी पूजन तो घर में किया, लेकिन बच्चियों के साथ कंजक पूजन करने के लिए मंदिरों के बाहर पहुंचे। विक्रमपुरा स्थित मां चितपूर्णी मंदिर, सिद्ध शक्तिपीठ श्री देवी तालाब मंदिर, श्री महालक्ष्मी मंदिर जेल रोड, शीतला मंदिर व प्राचीन शिव मंदिर गुड़मंडी सहित अधिकतर इलाकों में स्थित मंदिरों के बाहर बच्चियों का जमघट लगा रहा। - पाश कालोनियों में रही भारी दिक्कत

शहर की जिन पाश कालोनियों में लोगों ने घर में कंजक पूजन करने के लिए का मन बनाया था, उन्हें बच्चियों ढूंढने को लेकर भारी दिक्कत पेश आई। कारण, पाश कालोनियों में लोगों ने बच्चियों को दूसरे घरों में भेजने में अधिक परहेज किया। माडल टाउन के रहने वाले अनिरुद्ध बताते हैं कि सुबह 8 बजे से लेकर 10 बजे तक वह कालोनी में बच्चियों ढूंढते रहे। बमुश्किल पांच नन्हीं बच्चियों के साथ कंजक पूजन किया।

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