International Yoga Day : 80 साल की आयु में 18 वर्ष जैसी फुर्ति, योग से निरोग होकर गुरु बनीं अमृतसर की शकुंतला देवी

80 वर्षीय शकुंतला देवी के शरीर में अजब सी फुर्ति है। इस आयु में अधिकांश लोग निढाल हो जाते हैं मगर शकुंतला देवी न केवल योग से खुद को निरोग बना चुकी हैं अपितु एक योग शिक्षिका के रूप में औरों को भी अभ्यास करवा रही हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 08:39 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 08:51 AM (IST)
International Yoga Day : 80 साल की आयु में 18 वर्ष जैसी फुर्ति, योग से निरोग होकर गुरु बनीं अमृतसर की शकुंतला देवी
शकुंतला देवी के योग गुरु बनने की कहानी भी दिलचस्प है।

अमृतसर, [नितिन धीमान]। 80 वर्षीय शकुंतला देवी के शरीर में अजब सी फुर्ति है। इस आयु में अधिकांश लोग निढाल हो जाते हैं, मगर शकुंतला देवी न केवल योग से खुद को निरोग बना चुकी हैं, अपितु एक योग शिक्षिका के रूप में औरों को भी अभ्यास करवा रही हैं। 80 की उम्र में शकुंतला देवी में 18 साल के युवा जैसी फुर्ति है। शकुंतला देवी के योग गुरु बनने की कहानी भी दिलचस्प है।

2008 में शकुंतला के शरीर का वजन अप्रत्याशित रूप से बढऩे लगा। उठना-बैठना सब दूभर हो गया। दृष्टि दोष भी पनप गया। आंखों से लगातार पानी बहता रहता था। बैठे-बैठे सोचती रहतीं कि आखिर इससे कैसे छुटकारा मिले। टीवी पर योग गुरु बाबा रामदेव को योगाभ्यास करते देखा। इसके बाद शकुंतला ने ठान लिया कि वह योग के जरिए खुद को निरोग करेंगी। बाबा रामदेव के बताए आसनों को करने का प्रयास किया। फिर 2009 में वह हरिद्वार स्थित पतंजलि योग पीठ में पहुंचीं। यहां बाबा रामदेव के सान्न्ध्यि में योगासन सीखे। शकुंतला देवी के मन मस्तिष्क में योग का इतना गहरा प्रभाव पड़ा कि वह सुबह चार बजे उठकर नियमित रूप से योग करने लगीं। एक साल हरिद्वार रहकर योग की बारीकियां सीखीं और अमृतसर लौट आईं।

योग से एक साल में रोग से मुक्त हुईं

झब्बाल रोड स्थित इंदिरा कालोनी में रहने वाली शकुंतला देवी के अनुसार मोटापे व दृष्टि दोष से मुक्त होने के बाद शहर के तीन प्रसिद्ध डाक्टरों को दिखाया, पर ढेर सारी दवाएं खाने के बाद भी राहत नहीं मिली। योग करने से मुझे हैरानीजनक अनुभव मिला। एक साल में मुझे इन दोनों रोगों से मुक्त किया। कपालभाति, अनुलोम, विलोम, भस्त्रिका प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम, नौकासन व बालासन से जिंदगी बदल गई।

अपने आवास में बनाया योग भवन, शिविर लगाकर फ्री सिखा रही

शकुंतला देवी ने खुद को निरोग बनाकर योग का प्रसार व प्रचार किया। पतंजलि योग समिति द्वारा लगाए जाने वाले शिविरों में नियमित रूप से योगाभ्यास सिखाती हैं। अमृतसर स्थित अपने आवास में उन्होंने योग भवन बनाया। इसके अतिरिक्त गुरबख्श नगर, बुलारिया पार्क, कोट करनैल ङ्क्षसह पार्क, खजाना गेट पार्क में योग शिविर लगाकर लोगों को निशुल्क योग सिखा रही हैं। शकुंतला देवी के पुत्र राजकुमार आर्य पंजाब पुलिस में एएसआई के रूप में कार्यरत हैं।

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