गोल्ड किट्टी घोटाला : जालंधर में ओएलएक्स विज पावर कंपनी के खिलाफ निवेशकों ने किया प्रदर्शन, सीबीआइ जाच की माग
लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कंपनी के मालिकों के साथ मिलकर ठीक तरह से जाच नहीं की और कई अहम पहलुओं को नजरअंदाज कर दिया ताकि कंपनी वालों को अदालत से बरी कराया जा सके। इसके अलावा आरोपितों के खिलाफ पूरी धाराएं नहीं लगाई गई हैं।
जालंधर, जेएनएन। पीपीआर माल मार्केट स्थित ओएलएक्स विज पावर कंपनी के खिलाफ निवेशकों ने बुधवार को पुडा ग्राउंड में रोष प्रदर्शन कर डीसी को मांगपत्र सौंप इसकी सीबीआइ जांच की मांग की। प्रदर्शन करने वाले लोगों ने आरोप लगाया कि कंपनी ने गोल्ड किट्टी के नाम पर करोड़ों रुपये इकट्ठा किए और भाग गए।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने कंपनी के मालिकों के साथ मिलकर ठीक तरह से जांच नहीं की और कई अहम पहलुओं को नजरअंदाज कर दिया, ताकि कंपनी वालों को अदालत से बरी कराया जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस ने तीन सौ करोड़ के घोटाले को सिर्फ सात करोड़ का बनाकर अदालत में चालान पेश कर दिया जबकि कंपनी के प्रमोशनल दस्तावेजों में ही करीब ढाई सौ करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी का पता लगता है।
उनका आरोप है कि पुलिस ने सभी निवेशकों को एक ही एफआइआर में जोड़कर उनके न्यायिक अधिकारों का हनन किया है। इसके अलावा आरोपितों के खिलाफ पूरी धाराएं नहीं लगाई गई। जब पुलिस ने जाच के दौरान कंपनी की वेबसाइट से सारा डाटा रिकवर कर लिया तो उसे अदालत में चालान के साथ पेश क्यों नहीं किया गया।
इसके अलावा आरोपितों द्वारा गैरकानूनी ढंग से चलाई जा रही डिजिटल वैलेट के नाम से करंसी की भी कोई जाच-पड़ताल नहीं की गई। उन्होंने माग की कि इस केस की जाच सीबीआइ से करवाई जाए। डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि वह उनकी माग को डीजीपी और पंजाब सरकार को भेज देंगे और जल्द ही उन्हें इस संबंध में जवाब भी आ जाएगा।