कोरोना काल में गड़बड़ाया रसोई का बजट, तेल व रिफाइंड के दाम डबल
कोरोना काल में आर्थिक मंदी से जूझ रहे लोगों पर खाद्य पदार्थों के बढ़ते दामों की मार भी पड़ रही है। छह महीने में ही तेल व रिफाइंड के दाम डबल हो गए।
शाम सहगल, जालंधर
कोरोना काल में आर्थिक मंदी से जूझ रहे लोगों पर खाद्य पदार्थों के बढ़ते दामों की मार भी पड़ रही है। छह महीने में ही तेल व रिफाइंड के दाम डबल हो गए। यहीं स्थिति दालों की है। सब्जियां भी बीते दो सप्ताह से आंखें तरेर रही हैं। कोरोना महामारी के बीच इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अचानक से फलों की मांग में इजाफा हो गया है। उत्पादन व मांग में आए अंतर के चलते अधिकतर फलों के दाम आसमान छू रहे हैं। कारोबारियों की मानें तो फसल की कमी व मांग में भारी इजाफे के चलते निर्माताओं ने ही दामों में बढ़ोतरी कर दी है। इस अप्रत्याशित वृद्धि ने गरीब भी नहीं बल्कि मध्यमवर्ग की भी कमर तोड़ कर रखी है। पेट्रोल पहले से 90 पार कर चुका है। - परिवहन सेवाओं में नहीं कोई रुकावट, बावजूद इसके बढ़ रहे दाम
सरकार ने लाकडाउन के बीच परिवहन सेवाओं को जारी रखा है। किसी भी खाद्य सामग्री या पदार्थ अन्य राज्य या जिले से लाने में किसी तरह की रुकावट नहीं आ रही है। बावजूद इसके कई स्थानीय व्यापारी माल की आमद ना होने का तर्क देकर दाम बढ़ा रहे हैं।
कोरोना को देख नारियल पानी भी 70 पहुंचा
कोरोना काल में डाक्टर नारियल पानी पीने की सलाह दे रहे हैं। कोरोना के रोजाना केस बढ़ने के साथ ही नारियल पानी के रेट भी बढ़ गए। कुछ दिन पहले 40 रुपये बिक रहा नारियल पानी बढ़ते ही 70 रुपये तक पहुंच गया है। यही स्थिति आम, पपीता व कीवी सहित अन्य फल व सब्जियों की भी है। जुलाई से पहले रेट कम होने की संभावना कम
थोक तथा रिटेल करियाना कारोबारी नरेश कुमार बताते हैं कि मलेशिया सहित अन्य देशों से कच्चे तेल की आमद इन दिनों रुक गई है। उसी कारण घी व तेल के दामों में इजाफा हो रहा है। इसी तरह इस सीजन में दालों की पैदावार कम होने तथा बाजार में मांग बढ़ने का असर दामों पर पड़ गया है। जुलाई तक रेट कम होने की संभावना कम है।
- दामों में छह माह के बीच आया अंतर
ब्रांडेड तेल
पहले अब
90. 190
घी
100. 150
रिफाइंड
120. 170
दाल चना
65. 100
मूंग धुली
80. 120
मांह
80. 120
राजमं
90. 150
अरहर की दाल
80. 120 - फल तथा सब्जियां
मटर
40. 80
फलियां
40. 60
हरा नारियल
40. 70
किवी
30. 50
पपीता
40. 60