लद्दाख में टैंक ट्रक ले जाने वाले स्टाफ को बड़ी सौगात, इंडियन आयल ने दी रेडी टु ईट फूड किट
लद्दाख क्षेत्र में टैंक ट्रक (टीटी) ले जाने वाले स्टाफ सदस्यों को इंडियन ऑयल की तरफ से इंडियन ऑयल दिवस के मौके पर खाने के लिए तैयार संजीवनी आहार किटें प्रदान की गई हैं। इन किटों में रेडी टू ईट फूड होता है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। लद्दाख जाने वाले ट्रक चालकों के लिए इंडिन आयल बड़ी सौगात लेकर आया है।सर्दियों के अग्रिम भंडारण (एडवांस विंटर स्टोरेज) के लिए लद्दाख क्षेत्र में टैंक ट्रक (टीटी) ले जाने वाले स्टाफ सदस्यों को इंडियन ऑयल की तरफ से इंडियन ऑयल दिवस के मौके पर खाने के लिए तैयार संजीवनी आहार किटें प्रदान की गई हैं। इंडियन ऑयल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एवं पंजाब प्रमुख संजय चौधरी की तरफ से जालंधर टर्मिनल पर संजीवनी आहार किटें प्रदान करने की शुरुआत की गई। इस मौके पर जीएम ऑपरेशंस, पंजाब, अमित कुमार एवं डीजीएम टर्मिनल राजेश गुप्ता भी उपस्थिति रहे। इस दौरान कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करते हुए वर्चुअल प्लेटफार्म से किटें बांटने का शुभारंभ किया गया।
दुर्गम क्षेत्रों में खाने की समस्या से जूझते है टैंक ट्रक स्टाफ
टीटी स्टाफ सदस्य दुनिया के दुर्गम क्षेत्र में तेल ले जाने का काम करते हैं और प्रतिवर्ष लगभग 140 पीकेएल पेट्रोल, डीजल, केरोसिन एवं एविएशन टरबाइन फ्यूल का भंडारण जून और अक्टूबर महीने के मध्य मात्र पांच महीनों में ही किया जाता है। इस प्रक्रिया में लगभग 900 टैंक ट्रक शामिल रहते हैं। अति दुर्गम क्षेत्र एवं बर्फबारी होने के चलते कई बार टीटी सदस्यों को खाना मिलने की भी समस्या से जूझना पड़ता है और ऐसी परिस्थितियों में खाने के लिए तैयार संजीवनी आहार किटें भारी राहत प्रदान करेंगी।
लद्दाख तक सप्लाई पहुंचने में लगते हैं 8-9 दिन
इंडियन ऑयल के जालंधर, संगरूर एवं जम्मू डिपो की तरफ से लद्दाख क्षेत्र को सप्लाई भेजी जाती है। सप्लाई पहुंचने में लगभग 8 से 9 दिन का समय लगता है। इस दौरान टैंक ट्रक स्टाफ को अत्यंत दुर्गम रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है। सड़क मार्ग के किनारों पर खाने पीने की सुविधा के लिए बेहद सीमित संसाधन उपलब्ध हैं। इंडियन ऑयल क्षेत्र में सुरक्षाबलों के अलावा आमजन के लिए भी तेल की सप्लाई को सुनिश्चित करता है।