पंजाब में गजब की लापरवाही, फर्जी कर्मियों ने 26 लोगों को Covid Vaccine की जगह लगाए मल्टी विटामिन के टीके

पंजाब के मोगा स्थित धर्मकोट में फर्जी हेल्थ वर्कर बन तीन लड़कियों ने 26 लोगों को कोरोना वैक्सीन की जगह मल्टी विटामिन के टीके लगा दिए। मामला तब पकड़ में आया जब लोगों को शक हुआ। उनसे पूछताछ की जा रही है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 05:40 PM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 05:40 PM (IST)
पंजाब में गजब की लापरवाही, फर्जी कर्मियों ने 26 लोगों को Covid Vaccine की जगह लगाए मल्टी विटामिन के टीके
धर्मकोट थाने में पूछताछ के लिए लाई गई फर्जी हेल्थ वर्कर। जागरण

जागरण संवाददाता, मोगा। पंजाब के मोगा स्थित धर्मकोट कस्बे में कोरोना टीकाकरण में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। तीन युवतियों ने रविवार की शाम को मजदूरों की बस्ती में रहने वाले 26 लोगों को कोरोना वैक्सीन बताकर उन्हें मल्टीविटामिन के टीके लगा दिए। खुद को आशा वर्कर बताने वाली महिलाओं पर शक होने पर जब असल आशा वर्कर मौके पर पहुंची तो मामला खुला। आशा वर्कर गुरप्रीत कौर ने पूछताछ शुरू की तो खुद को हेल्थ वर्कर बताने वाली मनप्रीत उससे भिड़ गई। मामला बढ़ने पर मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को सूचना देकर तीनों को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने इस मामले में तीनों युवतियों के खिलाफ केस दर्ज कर उनका अदालत से दो दिन का रिमांड हासिल कर लिया है।

टीकाकरण के लिए दिहाड़ी पर दो अन्य युवतियों को साथ लेकर गई महिला से पुलिस 24 घंटे बाद भी नहीं उगलवा सकी है कि आखिर टीकाकरण के पीछे उनका मकसद क्या था। उन्हें किसने भेजा था। सूत्रों का कहना है कि मनप्रीत कौर पुलिस ने पूछताछ का प्रयास किया, लेकिन मनप्रीत पर पुलिस की सख्ती का कोई असर नहीं हुआ। पुलिस इस बात को लेकर भी हैरान है कि मनप्रीत कौर कल शाम से पुलिस की हिरासत में है, लेकिन उसके परिवार का कोई सदस्य अभी तक पुलिस के पास नहीं पहुंचा है, जबकि जो दो महिलाएं दिहाड़ी के लिए गई थीं, उनके परिवार के सदस्य कल से ही उनके साथ हैं। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. राकेश कुमार बाली की शिकायत पर पुलिस ने तीनों लड़कियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। डा. बाली ने पुष्टि की कि लोगों को जो टीके लगाए गए हैं वह मल्टीविटामिन के थे।

क्या है मामला

धर्मकोट कस्बे में दोपहर करीब साढ़े तीन बजे राजिंदरा रोड स्थित बाबा तैबर शाह के डेरे के निकट गांव पंडोरी अराइंया निवासी मनप्रीत कौर अपने साथ 30-30 रुपये दिहाड़ी पर वैक्सीनेशन में सहयोग के लिए लोहगढ़ बस्ती निवासी लवप्रीत कौर व गांव मंदरकलां निवासी हरप्रीत कौर को साथ लेकर गई थी। जाते ही मनप्रीत कौर ने खुद को हेल्थ वर्कर व साथ की लड़कियों को आशा वर्कर बताते हुए कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए बस्ती के लोगों को प्रेरित किया। अभी तक इस बस्ती में ज्यादातर लोगों ने वैक्सीनेशन नहीं कराया है, न ही विभाग ने यहां कभी कैंप लगवाया। ऐसे में लोगों को लगा कि घर पर ही वैक्सीनेशन टीम पहुंची है तो उन्होंने बिना रजिस्ट्रेशन फर्जी आशा वर्कर से टीके लगवाने शुरू कर दिए। इस बीच, कुछ लोगों को शक हुआ। पूछताछ में मामला खुल गया। 

स्वास्थ्य विभाग की टीम को शिकायत मिलने पर एएनएम गुरप्रीत कौर, मल्टीपरपज हेल्थ वर्कर परमिंदर कुमार मौके पर पहुंचे। गुरप्रीत ने वैक्सीन लगा रहीं लड़कियों से पूछताछ शुरू की तो लड़कियां एएनएम के साथ भिड़ गईं, धक्कामुक्की करने लगीं। विवाद बढ़ने पर थाना धर्मकोट पुलिस की मदद ली गई। पुलिस ने प्रारंभिक पूछताछ के बाद तीनों लड़कियों को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ धोखाधड़ी, मारपीट आदि विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया।

पुलिस हिरासत में वैक्सीन चेक की गईं तो वह मल्टीविटामिन के निकली

थाने लाकर पुलिस ने तीनों लड़कियों के साथ पूछताछ की तो मनप्रीत कौर नामक महिला के साथ गईं लवप्रीत कौर व हरप्रीत कौर ने पुलिस को बताया कि उन्हें मनप्रीत वैक्सीनेशन में सहयोग की बात कहकर 300 रुपये की दिहाड़ी पर लेकर आई है। मनप्रीत कौर पुलिस की मौजूदगी में भी खुद को हेल्थ वर्कर बताती रही। उसने ये तो बताया कि वह पंडोरी की रहने वाली है लेकिन उसके मां-बाप क्या करते हैं तथा वैक्सीनेशन के लिए पीछे उसका उद्देश्य क्या था इन किसी भी सवाल पर वह पुलिस के साथ कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थी।

थाना धर्मकोट के थानेदार व मामले के जांच अधिकारी मेजर सिंह ने बताया कि अभी तक मनप्रीत कौर के परिवार का कोई सदस्य पुलिस से आकर नहीं मिला है, न ही मनप्रीत कौर कुछ भी बोलने को तैयार है। पुलिस ने सख्ती से भी पूछ लिया है, लेकिन वह कुछ नहीं पता रही है। सोमवार की दोपहर में मेडिकल कराने के बाद पुलिस ने जेएमआइसी राहुल गर्ग की अदालत में पेश कर उनका दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।

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