त्योहारों को लेकर बाजारों में बढ़ी भीड़, आपात स्थिति में मुश्किल होगा निपटना
त्योहारों को लेकर बाजारों में भीड़ बढ़ती जा रही है।
शाम सहगल, जालंधर
त्योहारों को लेकर बाजारों में भीड़ बढ़ती जा रही है। दशहरा व करवाचौथ के बाद अहोई अष्टमी, धनतेरस और दीवाली की खरीदारी जारी है। वाहन तो दूर की बात है बाजारों में भीड़ के कारण पैदल गुजरना भी आसान नहीं है। ऐसे में आपात स्थिति से निपटना पुलिस प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। इसका प्रमुख कारण दुकानदारों द्वारा सड़क पर अतिक्रमण करना और दिन के समय कामर्शियल वाहनों का माल लेकर बाजारों में प्रवेश करना है। पुलिस व प्रशासन की उदासीनता के चलते बाजारों की समस्या विकराल होती जा रही है।
बाजार शेखां शापकीपर एसोसिएशन के प्रधान हरप्रीत सिंह किवी बताते हैं कि बाजारों में अतिक्रमण के कारण ग्राहक कम आ रहे हैं। अगर निगम व ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई करती है तो एसोसिएशन उनके साथ है। इसी तरह ब्रांडरेथ रोड के प्रधान अशोक सोबती बताते हैं कि बाजारों में भीड़ पर काबू पाने के लिए प्रशासन को हर तरह से मदद करने को तैयार हैं। शहर के बाजारों में आपात स्थिति से निपटना किसी चुनौती से कम नहीं है। कारण तंग बाजारों में एंबुलेंस या फिर फायर ब्रिगेड का प्रवेश करना आसान नहीं है। उधर, नगर निगम के तहबाजारी विभाग के सुपरिंटेंडेंट मनदीप सिंह मट्टू बताते हैं कि शहर में अतिक्रमण को लेकर निगम गंभीर है। इसके लिए बाजारों में रूटीन के साथ जांच करते हुए निर्देश दिए जाते हैं। 15 फुट की सड़क दिन में पांच फुट की रह जाती है
शहर के बाजारों की सड़कें दिन में सिकुड़ कर आधे से भी कम रह जाती हैं। दुकानें बंद होने के बाद रात के समय बाजार की जो सड़क 15 फुट की होती है, वह दिन में महज पांच से छह फुट तक दिखती है। कारण, सड़क के दोनों तरफ के दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण करके दुकानों के बाहर सामान डिस्प्ले किया जा रहा है, तो कई दुकानदारों ने किराये के लालच में स्थाई तौर पर फड़ियां लगवा ली है, जो ट्रैफिक जाम का प्रमुख कारण है। अनियोजित विकास बन सकता है हादसे का कारण
शहर के बाजारों में अवैध रूप से कामर्शियल इमारकों का निर्माण किया जा रहा है। गुरु बाजार, शेखां बाजार, कलां बाजार, लाल बाजार, सराफा बाजार, चौक सूदां बिजली घर वाली गली, कैंचियां वाला बाजार, भैरों बाजार व रैनक बाजार सहित अधिकतर कामर्शियल इलाकों में बहुमंजिला इमारतों का निर्माण किया जा रहा है, जहां पर आने वाले समय में ग्राहकों की भीड़ बढ़नी तय है। इस अनियोजित विकास से हादसा होने का खतरा बना रहेगा।