पहले भी कई टेंडर कम लेस पर देकर हुआ है निगम का नुकसान, हाउस में आएगा विजिलेंस जांच का प्रस्ताव

नगर निगम में विकास कार्यो के टेंडर कम लेस पर जारी करने का एक मामला सामने आने के बाद और भी परतें खुलने लगी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 06:17 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 06:17 AM (IST)
पहले भी कई टेंडर कम लेस पर देकर हुआ है निगम का नुकसान, हाउस में आएगा विजिलेंस जांच का प्रस्ताव
पहले भी कई टेंडर कम लेस पर देकर हुआ है निगम का नुकसान, हाउस में आएगा विजिलेंस जांच का प्रस्ताव

जागरण संवाददाता, जालंधर

नगर निगम में विकास कार्यो के टेंडर कम लेस पर जारी करने का एक मामला सामने आने के बाद अब और भी परतें खुलने लगी हैं। यह बात सामने आ रही है कि इससे पहले भी कई काम के टेंडर बेहद कम लेस पर दिए गए हैं। अमूमन किसी भी काम पर 15 से 25 प्रतिशत तक लेस मिलता है, लेकिन जो टेंडर चहेते ठेकेदारों को जारी किए गए हैं, उनमें लेस पांच प्रतिशत से भी कम रहा है। मेयर जगदीश राजा ने कहा कि यह मामला गंभीर है, इसलिए हाउस में यह प्रस्ताव लाएंगे कि इस मामले की विजिलेंस जांच करवाई जाए। मेयर ने कहा कि अगर गड़बड़ी हुई है तो सच सबके सामने आना चाहिए। इस मामले में बीएंडआर एडहाक कमेटी के चेयरमैन जगदीश गग की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

ठेकेदारों के वाट्सएप ग्रुप में चेयरमैन के हवाले से जारी मैसेज में यह कहा गया था कि बूटामंडी में सड़क निर्माण का करीब 48 लाख का टेंडर कोई ठेकेदार न भरे। ऐसा इसलिए ताकि एक चहेते ठेकेदार को यह टेंडर अलाट किया जा सके। जगदीश गग ने इस बात से इन्कार किया है कि उन्होंने ऐसा काई मैसेज किया है। हालांकि अगर पिछली मीटिग्स का रिकार्ड देखा जाए तो कई ऐसे टेंडर सामने आएंगे जो बेहद ही कम लैस पर जारी किए गए हैं। मामला सामने आने के बाद विपक्ष ने निगम में कांग्रेस कार्यकाल के सभी टेंडरों की विजिलेंस जांच की मांग की है। ढन्न मोहल्ले का एक टेंडर 3 प्रतिशत, एक 23 प्रतिशत लैस पर देने की तैयारी

नगर निगम की वित्त एवं ठेका कमेटी की 23 अप्रैल को प्रस्तावित मीटिग में भी कई ऐसे टेंडर भी आ रहे हैं, जिसमें सड़कें तो कंक्रीट की ही बनेंगी रही है, लेकिन कुछ काम तीन से भी कम प्रतिशत लेस पर जारी करने की तैयारी है तो कुछ टेंडर 23 प्रतिशत लेस पर दिए जाने हैं। इनमें ढन्न मोहल्ला के दो टेंडर हैं जो 2.86 प्रतिशत और 22.99 प्रतिशत लेस पर दिए जाने हैं। एक मामला पकड़ में आने से अब यह टेंडर संदेह के घेरे में आ गए हैं। इन कामों में दिया जा चुका है कम लेस

- वार्ड नंबर 12 में इंटरलाकिग टाइल्स का 36 लाख का टेंडर कम लेस पर दिया गया। यह वार्ड बीएंडआर कमेटी के चेयरमैन जगदीश गग का है।

- वार्ड नंबर 68 में होटल डाल्फिन इलाके में सड़क का टेंडर भी शक के दायरे में हैं। दो ठेकेदारों ने आवेदन वापस लिया था।

- मंडी रोड के सड़क निर्माण के 22 लाख के काम में एक ठेकेदार का आवदेन रद करवाया गया, जबकि एक को वापस लेने के लिए मजबूर किया गया। आनलाइन टेंडरों पर माफिया का दबाव हावी

टेंडर जारी करने के लिए पूरी प्रक्रिया आनलाइन है, लेकिन इस पर नेताओं के समर्थित ठेकेदार-अफसरों का नेक्सस हावी है। यह टेंडर माफिया का रूप ले चुका है। टेंडर तय तारीख के बजाय देरी से खोले जाते हैं। कुछ चहेते ठेकेदारों को लाभ दिलवाने के लिए ठीक काम करने वाले ठेकेदारों को कुछ टेंडर भरने से रोका जाता है। इस बारे में एसई रजनीश डोगरा का कहना है कि आनलाइन टेंडर को कोई कंट्रोल नहीं कर सकता। इसमें अफसरों की कोई भूमिका नहीं होती। मेयर से मिले जगदीश गग, स्पष्टीकरण दिया

टेंडर घोटाला सामने आने के बाद ठेकेदारों पर दबाव डालने के वायरल मैसेज पर बीएंडआर कमेटी के चेयरमैन जगदीश गग ने मेयर हाउस में मेयर जगदीश राजा से मुलाकात की। गग ने मेयर को स्पष्टीकरण दिया और कहा कि वायरल मैसेज से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने इस तरह का कोई मैसेज नहीं किया है। मेयर राजा ने कहा है कि अगर मैसेज नहीं किया है तो इसका पता लगाया जाना भी जरूरी है कि यह मैसेज किसने किया है। टेंडर घोटाले की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए : सुनील ज्योति

जागरण संवाददाता, जालंधर

उन्होंने कहा कि मेयर जगदीश राजा के खासमखास पार्षद जगदीश गग के वायरल मैसेज से साफ हो गया है कि निगम में बड़े स्तर पर गड़बड़ी हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा घोटाला पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले हाउस में सर्वसम्मति यह प्रस्ताव भी पास हुआ है कि विज्ञापन ठेके को रद किया जाए। निगम में परिस्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है की हर एक विभाग में बंदरबांट और लूट मची हुई है। कई पार्षद ही ठेकेदार का रोल निभा रहे हैं। यहां तक की विधायकों के दोस्त और रिश्तेदार भी ठेकेदार बने हुए हैं। इसलिए यह मांग है कि इस मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री और स्थानीय निकाय मंत्री उच्चस्तरीय विजिलेंस जांच करवाएं। जांच तक बीएंडआर एडहाक कमेटी को भंग कर दिया जाए। अकाली दल ने बीएंडआर कमेटी के चेयरमैन की बर्खास्तगी मांगी

सीनियर अकाली नेता एवं पूर्व पार्षद बलबीर सिंह बिट्टू ने टेंडर घोटाला सामने आने के बाद मांग की है कि बीएंडआर कमेटी के चेयरमैन पद से पार्षद जगदीश गग को बर्खास्त किया जाए। बिट्टू ने कहा कि नगर निगम के सड़क निर्माण में काफी गड़बड़ी हो रही है और इसकी जांच की जरूरत है। वह पहले भी यह मामला उठाते रहे हैं, लेकिन अब तो यह सामने आ चुका है कि चेयरमैन जगदीश गग ठेकेदारों को काम के लिए प्रभावित करते रहे हैं।

किसी भी दोषी को नहीं बख्शेंगे : मेयर

मेयर जगदीश राज राजा ने कहा कि टेंडर घोटाले की जो बात सामने आई है, उसकी गंभीरता से जांच होगी। निगम हाउस में विजिलेंस जांच का भी प्रस्ताव लाएंगे। मेयर ने कहा कि वह पहले भी कम लेस के मामले उठाते रहे हैं और कई टेंडरों को पेंडिग भी किया गया था। अफसरों से रिपोर्ट मांगी है : कमिश्नर

नगर निगम कमिश्नर करनेश शर्मा ने कहा कि इस मामले में अधिकारियों से रिपोर्ट लेने के बाद जांच करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर यह सामने आता है कि कुछ ठेकेदारों को फायदा पहुंचाया गया है तो वह सभी टेंडर रद करके दोबारा काल करेंगे।

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