जालंधर कैंट में एक ही कालोनाइजर ने 105 एकड़ में 18 अवैध कालोनियां काटी, निगम को 50 करोड़ का नुकसान

विधानसभा हलका कैंट के इलाके में अवैध कालोनियां विकसित करके निगम को 50 करोड़ रुपये का चूना लगाने का मामला सामने आया है। कालोनाइजर ने 105 एकड़ में 19 कालोनियां विकसित कर दी। यही नहीं उसने इन कालोनियों को अप्रूव करवाने के लिए निगम में आवेदन कर दिया।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 07:30 AM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 07:30 AM (IST)
जालंधर कैंट में एक ही कालोनाइजर ने 105 एकड़ में 18 अवैध कालोनियां काटी, निगम को 50 करोड़ का नुकसान
105 एकड़ में 18 अवैध कालोनियां काटी, निगम को 50 करोड़ का नुक्सान।

जालंधर, जेएनएन।  विधानसभा हलका कैंट के इलाके में 105 एकड़ में अवैध कालोनियां विकसित करके निगम को 50 करोड़ रुपये का चूना लगाने का मामला सामने आया है। निगम की टाउन प्लानिंग एंड बिल्डिंग एडहाक कमेटी ने कालोनाइजर के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। कमेटी के चेयरमैन निर्मल सिंह निम्मा और सदस्य सुशील कालिया का आरोप है कि कैंट के भीम जी पैलेस के मालिक राकेश कुमार पुत्र भीमसेन निवासी जालंधर कैंट ने बिना मंजूरी कालोनियां विकसित की हैं। कालोनाइजर ने 105 एकड़ में 19 कालोनियां विकसित कर दी। यही नहीं उसने इन कालोनियों को अप्रूव करवाने के लिए निगम में आवेदन कर दिया। उसने आवेदन के साथ सिर्फ 8.80 लाख रुपये ही जमा करवाकर प्लाट बेच दिए।

एडहाक कमेटी के चेयरमैन का दावा है कि पंजाब सरकार की रेगुलराइजेशन पालिसी के तहत कालोनियों को मंजूर करने के लिए दिए गए आवेदनों से यह साबित हो रहा है कि इस व्यक्ति ने पिछले समय के दौरान 105 एकड़ में करीब 18 कालोनियां विकसित की हैं। कमेटी मीटिंग के सदस्य सुशील कालिया का आरोप है कि अगर कालोनाइजर के आवेदनों के हिसाब से ही फीस वूसलें तो करीब 21 करोड़ रुपये मिलेंगे। अगर नियमों के मुताबिक जांच करके फीस ली जाए तो यह 50 करोड़ रुपये के करीब बनेंगे। कमेटी ने अफसरों को निर्देश दिया है कि इन कालोनियों की पैमाइश शुरू की जाए। कालोनाइजर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू की जाए। निम्मा ने कहा कि सभी 18 कालोनियों की पैमाइश करेंगे और देखेंगे कि यह कितने एकड़ में बनी हैं। क्या यह कालोनियां मंजूरी के लायक है या नहीं। उन्होंने कहा कि हैरानी है कि एक व्यक्ति लगातार कालोनियां विकसित करता गया और बिङ्क्षल्डग ब्रांच के अफसरों ने इसे रोकने का प्रयास तक नहीं किया। उन्होंने अंदेशा जताया कि यह कालोनियां ज्यादा जमीन पर विकसित हुई हो सकती हैं।

15 हजार की फीस पर बेच दी पंचशील कालोनी
कालोनाइजर ने बडिंग़ एरिया में एक कालोनी के लिए 15 हजार रुपये फीस दी और पूरी कालोनी के प्लाट बेच दिए। इसी तरह एक कालोनी के लिए 16 हजार और एक कालोनी के लिए 25 हजार रुपये जमा करवाए गए। ऐसे में बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों के खिलाफ भी जांच हो सकती है।

नई कालोनियों पर भी कार्रवाई के निर्देश
कमेटी ने बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राकेश कुमार की उन सभी कालोनियों में काम रोका जाए जो नई विकसित की जा रही हैं। वहीं, सुशील कालिया ने कहा कि बिल्डिंग ब्रांच में भ्रष्टाचार का यह आलम है कि एक व्यक्ति बार-बार नगर निगम को चूना लगा रहा है और उसे रोकने की कोशिश नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि कैंट के नगर निगम के दायरे में आते इलाकों में सैकड़ों एकड़ जमीन पर कालोनियां विकसित की जा रही हैं। इन्हें रोकने के लिए मुहिम चलाई जाएगी

कैंट में यह कालोनियां विकसित की
न्यू डिफेंस कालोनी, फगवाड़ा रोड, पंचशील एवेन्यू-बडिंग़, परागपुर-रायल एस्टेट, न्यू डिफेंस कालोनी फेस-1, दीप नगर सोफी पिंड, महंगा सिंह कॉलोनी के तीन पार्ट, राम नगर दकोहा, बडिंग़ कालोनी, डिफेंस कालोनी।

बिल्डिंग ब्रांच पर करप्शन के आरोप लगाने वाले लक्की को नोटिस भेजा
निगम के तहबाजारी विभाग ने पंजाब मीडियम इंडस्ट्री बोर्ड के डायरेक्टर मलङ्क्षवदर ङ्क्षसह लक्की के कार बाजार के नाम नोटिस भेजा है। नामदेव चौक के पास स्थित जीएन मोटर्स के साथ ही अन्य कार बाजार वालों को भी नोटिस भेजा गया है। लक्की ने बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों पर भी करप्शन के आरोप लगाए थे। वहीं, बिङ्क्षल्डग एडहाक कमेटी ने भी लक्की की फाइल मंगवाई है। कमेटी मौके पर जाकर भी जांच करेगी। लक्की के कार बाजार को नोटिस पर तहबाजारी विभाग के सुपरिंटेंडेंट मनदीप सिंह ने कहा कि यह बदले की कार्रवाई नहीं है। अवतार नगर और बीएमसी चौक के अन्य कार बाजार वालों को भी नोटिस जारी किए जाएंगे।

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