साल 2022 में आइएमए की कार्यप्रणाली होगी डिजिटल: डा. ललवानी
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जालंधर इकाई की कार्यप्रणाली साल 2022 में डिजिटल हो जाएगी। यह घोषणा डा. अलोक ललवानी ने की।
जागरण संवाददाता, जालंधर
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) जालंधर इकाई की कार्यप्रणाली साल 2022 में पूरी तरह से डिजिटल हो जाएगी। इस बात की जानकारी शनिवार को साल 2022 के लिए आइएमए के प्रधान निर्वाचित होने के बाद डा. अलोक ललवानी ने दी।
उन्होंने कहा कि समय के साथ-साथ आइएमए को अपग्रेड किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में बीमारियों के इलाज के लिए डाक्टरों को आधुनिक तकनीक से अवगत करवाने के लिए देश के नामी डाक्टरों से रूबरू करवाया जाएगा। डाक्टर मरीज के रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए विशेष सेल का गठन किया जाएगा। इससे डाक्टरों और मरीजों में बढ़ रही दूरियों को कम किया जा सकेगा। डाक्टरों के अधिकारों को लेकर संघर्ष को जारी रखेंगे। सेहत विभाग की ओर से समय-समय पर शुरू किए गए नेशनल प्रोग्रामों को भी खास तव्वजों देंगे। डा. अलोक ललवानी ने 1995 में यूक्रेन से एमडी करने के बाद सेक्रेड हार्ट अस्पताल में सेवाएं देनी शुरू की थी। अब वह फैमिली हेल्थ क्लीनिक करतारपुर में भी सेवाएं दे रहे हैं।
इससे पहले शनिवार को आइएमए हाउस में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य चुनाव अधिकारी डा. राजीव सूद ने डा. अलोक ललवानी को साल 2022 के लिए प्रधान निर्वाचित होने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि चुनाव में केवल एक ही उम्मीदवार ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। कार्यक्रम के दौरान डाक्टरों ने कोविड-19 की नीतियों का पालन करते हुए जश्न मनाया और चाय पार्टी की। इस दौरान डाक्टरों ने डा. ललवानी को मुबारकबाद दी। पिछले साल डा. अमरजीत सिंह को साल 2021 के प्रधान घोषित किया गया था। आइएमए हाउस में आयोजित कार्यक्रम में आइएमए के प्रदेश प्रधान डा. नवजोत सिंह दहिया, स्थानीय इकाई के प्रधान डा. पंकज पाल, डा. राकेश विग, डा. मुनीश सिघल, डा. गगनदीप सिंह, डा. डिपल शर्मा, डा. विकास सूद, डा. अश्मीत सिंह के अलावा आइएमए के सदस्य व पदाधिकारी मौजूद थे।