वायरल फीवर नहीं उतर रहा है तो हो जाएं सावधान, सबसे पहले करवाएं कोरोना टेस्ट
जालंधर में मौसम बदलने के साथ वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ी है। ऐसे मरीजों को डॉक्टर कोरोना टेस्ट करवाने की सलाह दे रहे हैं। दरअसल फीवर आना कोरोना संक्रमण का भी एक लक्षण है। ऐसे में मरीज को सबसे पहले कोरोना टेस्ट ही करवाना चाहिए।
जालंधर [कमल किशोर]। अगर आपको बुखार है। दवाई खाने के बाद ठीक नहीं हो रहा है। बुखार खत्म होने के बाद दोबारा परेशान करता है तो सावधान हो जाएं। ये कोरोना के लक्षण भी हो सकते हैं। मौसम बदलने के साथ ही वायरल फीवर के मरीजों में पांच से सात प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बीस दिन पहले की बात करें तो डाक्टर के पास दस मरीज वायरल फीवर के आते थे। अब गिनती बीस के करीब पहुंच चुकी है। डॉक्टरों का कहना है कि वायरल फीवर वाले मरीजों को दवाई देने के साथ-साथ वह टेस्ट करवाने की सलाह भी दे रहे हैं। अगर मरीज कोरोना टेस्ट नहीं करवाता है तो उसकी जांच नहीं की जाती है।
मरीज को बुखार या कोरोना के लक्षण आने शुरू हो जाते है तो वह टेस्ट नहीं करवाता है। जब बुखार उतर जाता है तो वह अपने कामकाज में जुट जाता है। इससे यह मरीज दूसरों को संक्रमित करना शुरू कर देता है। कई मरीज ऐसे आते हैं जो टेस्ट करवाने के लिए कहे जाने पर दोबारा वापस नहीं आते हैं। ऐसे लोग अपनी बीमारी छिपा रहे हैं जो आने वाले दिनों में घातक हो सकती है।
जालंधर के डॉ.एचएस ढींगरा और डॉ. सतीश शर्मा ने वायरल फीवर के मरीजों को पहले कोरोना टेस्ट करवाने की सलाह दे रहे हैं।
टेस्ट के बाद ही कर रहे मरीज का उपचार
डॉ.एचएस ढींगरा ने कहा कि मौसम बदलने के साथ ही वायरल फीवर के मरीजों की गिनती बढ़ी है। बुखार के साथ-साथ गला खराब हो रहा है। ऐसे मरीज को कोरोना टेस्ट करवाने के लिए कहा जाता है। टेस्ट करने के बाद ही मरीज का ट्रीटमेंट शुरू किया जाता है। दो-तीन दिन से मरीज को बुखार आ रहा है तो टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
वायरल फीवर के मरीज को कोरोना टेस्ट की दे रहे सलाह
डॉ. सतीश शर्मा ने कहा कि वायरल फीवर वाले मरीजों का ट्रीटमेंट करने से पहले कोरोना टेस्ट करवाने के लिए कह रहे है। अगर मरीज घर में ही बुखार को ठीक करने के लिए दवाई का सेवन कर रहा है वह सरासर गलत है। वह मरीज बुखार में काम -काज में जा रहा है तो दूसरों को कोरोना से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
बुखार आए तो सबसे पहले कोरोना टेस्ट करवाएं
डॉ. राज कुमार ने कहा कि लोगों को कोरोना टेस्ट करवाने से घबराना नहीं चाहिए। घर दो-तीन दिन से फीवर आ रहा है तो कोरोना टेस्ट पहले करवाएं। टेस्ट ना करवाने पर मरीज की हालत बिगड़ सकती है। लक्षण आने पर टेस्ट करवाएं ताकि पारिवारिक सदस्यों को कोरोना संक्रमित से दूर रखा जा सके। कोरोना वायरस से बचने के लिए मॉस्क का प्रयोग करे, शारीरिक दूरी का खासा ख्याल रखें।