महर्षि दयानंद के सिद्धांतों को जीवन में अपनाने को किया प्रेरित
गुरु विरजानन्द गुरुकुल महाविद्यालय में महर्षि दयानन्द के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें आचार्य स्वाति शर्मा ने महर्षि दयानंद जी के सिद्धांतों के बारे में बताया एवं उसे आत्मसात करने के लिए सभी को प्रेरित किया।
संवाद सहयोगी, करतारपुर : गुरु विरजानन्द गुरुकुल महाविद्यालय में महर्षि दयानन्द के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें आचार्य स्वाति शर्मा ने महर्षि दयानंद जी के सिद्धांतों के बारे में बताया एवं उसे आत्मसात करने के लिए सभी को प्रेरित किया।
उन्होंने बताया कि एकमात्र स्वामी दयानंद जी के सिद्धांत ही मानव जीवन को परिष्कृत कर सकते हैं। कार्यक्रम के आरंभ में रघुनंदन समेत तीन छात्रों ने सामूहिक स्वागत गान किया। अभिनय के माध्यम से सामाजिक पाखंडों का खंडन किया एवं देशभक्ति अभिनय के द्वारा सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। स्वामी जी के जीवन के बारे में गौतम ने संस्कृत भाषा, श्रेयस ने अंग्रेजी में एवं भूपेंद्र ने हिदी भाषा में सभी को बताया। प्रणव ने रश्मिरथी तृतीय-सर्ग का काव्यपाठ किया। गौरव ने कश्मीर की घाटी नामक कविता से सभी को अपनी ओर आकर्षित किया। मुख्यातिथि के रूप में हिदू कन्या कालेज की सहायक प्राध्यापिका रेणु बाला ने संविधान के मौलिक अधिकारों के बारे में बताकर सभी को लाभान्वित किया। अंत में गुरुकुल के आचार्य डॉ. उदयन आर्य ने सभी को धन्यवाद किया। इस अवसर पर प्रिस अरोड़ा, ज्योति अरोड़ा, आचार्य देवेंद्र एवं गुरुकुल के सभी अध्यापकगण उपस्थित रहे।