ठेकेदारी प्रथा के खिलाफ शहर में कूड़ा लिफ्टिंग ठप
नगर निगम जालंधर ड्राइवर यूनियन ने हड़ताल कर दी है जिस कारण कूड़े की लिफ्टिंग बंद हो गई।
जागरण संवाददाता जालंधर
नगर निगम जालंधर ड्राइवर यूनियन ने हड़ताल कर दी है। इस कारण सोमवार को शहर से कूड़े की लिफ्टिंग नहीं हो पाई। ड्राइवर यूनियन ने ठेकेदारी प्रथा का विरोध किया है और मांग की है कि कच्चे मुलाजिमों को आउटसोर्स पर रखने के बजाय या तो पक्का किया जाए या फिर डीसी रेट पर रखा जाए। रविवार को छुट्टी के कारण कूड़ा नहीं उठाया गया था, इसलिए डंपों पर कूड़े के ढेर लग गए हैं और करीब 1000 टन कूड़ा सड़कों पर आ गया है। हालांकि नगर निगम की ड्राइवर एंड टेक्निकल यूनियन कूड़ा उठाने को तैयार थी, लेकिन ड्राइवर यूनियन ने वर्कशाप को ताला लगा दिया। इससे जेसीबी मशीनें और टिप्पर, ट्रालियां वर्कशाप से बाहर नहीं निकाली जा सकीं। ड्राइवर यूनियन के नेता अरुण कल्याण, मनीष बाबा, हरिवंश सिद्धू, अश्वनी शारदा, वासु थापर, रमन लाल, जेसीबी आपरेटर जुगल किशोर, प्रदीप कुमार व मनदीप ने कहा कि नगर निगम अफसर जो भी मांग मानते हैं उसे पूरा नहीं करते। इस कारण अब काम तभी होगा जब कोई ठोस फैसला होगा। अफसर हड़ताल खत्म होने के बाद सभी वादे भूल जाते हैं। मुलाजिमों को आउटसोर्स पर रख कर उनका शोषण किया जा रहा है। नई खरीदी गई जेटिग मशीनों को भी ठेके पर मुलाजिम रख कर चलाया जाना है। निगम अफसर वर्कशाप का गेट तक नहीं खुलवा सके
ड्राइवर एंड टेक्निकल यूनियन के प्रधान देवानंद थापर और उप प्रधान शम्मी लूथर ने कहा कि वह सुबह से ही स्टाफ के साथ वर्कशाप में मौजूद रहे, लेकिन प्रशासन वर्कशाप का गेट नहीं खुलवा पाया। ड्राइवर एंड टेक्निकल यूनियन ने कहा कि हडताल से लोग प्रभावित होंगे। अगर निगम प्रशासन वर्कशाप का गेट खुलवा देता तो काम शुरू हो जाता। देवानंद थापर ने कहा कि नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर और अन्य अधिकारियों को फोन किया, लेकिन कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा।