एक अक्टूबर से किसान जाम करेंगे दिल्ली-अमृतसर रेलवे लाइन

एक बैठक रेलवे स्टेशन पर जिला प्रधान जसवीर सिंह लिट्टा की अध्यक्षता में हुई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 01:47 AM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 06:55 AM (IST)
एक अक्टूबर से किसान जाम करेंगे दिल्ली-अमृतसर रेलवे लाइन
एक अक्टूबर से किसान जाम करेंगे दिल्ली-अमृतसर रेलवे लाइन

संस, करतारपुर : भारतीय किसान यूनियन (कादियां) की एक बैठक रेलवे स्टेशन पर जिला प्रधान जसवीर सिंह लिट्टा की अध्यक्षता में हुई। इसमें कृषि विधेयक के खिलाफ पांच जत्थेबंदियों के आह्वान पर एक अक्टूबर से अनिश्चितकाल के लिए रेल रोको अभियान के तहत दिल्ली-अमृतसर रेलवे लाइन जाम करने का फैसला किया। इस दौरान करतारपुर में सैकड़ों किसानों द्वारा करतारपुर रेलवे स्टेशन के सामने रेलवे ट्रैक पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।

जिला प्रधान जसवीर सिंह लिट्टा, ब्लॉक प्रधान बहादुर सिंह ने बताया कि एक अक्टूबर से भारतीय किसान यूनियन करतारपुर रेलवे ट्रैक पर टैंट लगाकर धरना प्रदर्शन करेगी। यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक कृषि विधेयक को रद नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि सारे पंजाब में किसान एक अक्टूबर से रेलवे ट्रैक जाम करने जा रहे है। इसके मद्देनजर वे करतारपुर रेलवे लाइन को जाम करेंगे।

सूचना मिलते ही डीएसपी, थाना प्रभारी पुलिस रेलवे स्टेशन पहुंचे : एक अक्टूबर को रेलवे ट्रैक जाम करने की सूचना मिलते ही डीएसपी नरिदर सिंह औजला तथा थाना प्रभारी कश्मीर सिंह को रेलवे स्टेशन करतारपुर पहुंचे। इस दौरान मौजूद भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों से जानकारी हासिल की तथा डीएसपी औजला ने थाना प्रभारी को निर्देश जारी किए। इस अवसर पर सरबजीत सिंह बाठ, ब्लॉक प्रधान बहादुर सिंह, चरणजीत सिंह, मोहन सिंह, जोगिदर सिंह, बलवीर सिंह, बलराज सिंह, दलजीत सिंह, सुखदेव सिंह, परमिदर गोल्डी, हरसिमरन सिंह, जगतार सिंह तारी, यादविदर सिंह मौजूद थे। किसानों की हितैषी पार्टी है अकाली दल : जौहल

संवाद सूत्र, भोगपुर : केंद्र सरकार ने कृषि विधेयक पास करके किसानों की कमर तोड़ने का काम किया है। विधेयक के विरोध में पहले हरसिमरत कौर बादल ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया और बाद में अकाली दल ने भाजपा से गठजोड़ तोड़कर किसानों की हितैषी पार्टी होने का सुबूत दिया है। उक्त बातें सीनियर अकाली नेता रंजीत सिंह जौहल घोड़ावाही व पूर्व पार्षद जसवंत सिंह ने कही।

जौहल ने कहा कि खेती संबंधी पास किए तीनों विधेयक किसानों की मौत के वारंट के समान हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगी। अकाली दल पंजाब के किसान के साथ है और तब तक संघर्ष जारी रखेगा जब तक बिल वापस नहीं हो जाता।

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