पंजाब में पहली बार मोनोपोल पर शिफ्ट होंगी हाईटेंशन तारें

पीएपी के नजदीक थ्री लेन रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) बनाए जाने के दौरान बिजली की हाईटेंशन तारें मोनोपोल पर शिफ्ट की जाएंगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 07:30 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 07:30 AM (IST)
पंजाब में पहली बार मोनोपोल पर शिफ्ट होंगी हाईटेंशन तारें
पंजाब में पहली बार मोनोपोल पर शिफ्ट होंगी हाईटेंशन तारें

जागरण संवाददाता, जालंधर

पीएपी के नजदीक थ्री लेन रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) बनाए जाने के दौरान बिजली की हाईटेंशन तारें मोनोपोल के ऊपर शिफ्ट की जाएंगी। ऐसा पंजाब में पहली बार होगा कि बिजली की हाईटेंशन तारों की शिफ्टिंग पारंपरिक पोल के बजाय मोनोपोल पर होगी। इसमें मात्र ज्यादा ऊंचाई वाला एक ही पोल लगा होगा, जिसके साथ तारे बांधी जाएंगी। मौजूदा समय में पंजाब में बिजली के पोल कुछ इस तरह से बनाए गए हैं कि अलग-अलग तारें अलग-अलग जगह पर बांधी जाती हैं।

नए बनाए जा रहे हाईवे पर देश में विभिन्न स्थानों पर मोनोपोल लगाए गए हैं, लेकिन अभी तक पंजाब में इसकी शुरुआत नहीं हुई थी। मोनोपोल लगाए जाने से हाईवे के ऊपर से भी तारों को आसानी से ज्यादा ऊंचाई से गुजारा जा सकेगा, जिससे ज्यादा ऊंचाई वाले वाहन भी तार तक नहीं पहुंच पाएंगे। नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) की तरफ से पीएपी आरओबी निर्माण के दौरान मोनोपोल लगाए जाने की पुष्टि की गई है। आरओबी निर्माण का ठेका लेने वाली पलवल की कंपनी की तरफ से बिजली की हाईटेंशन तारों को शिफ्ट करवाने के लिए अब पावरकाम से संपर्क साधा गया है। तारें शिफ्ट होने के बाद आरओबी निर्माण का काम शुरू होगा। पीएपी आरओबी का निर्माण हो जाने के बाद जालंधर के शहर के भीतर जाने वाले ट्रैफिक को सीधा अमृतसर-जम्मू जाने के लिए हाईवे पर प्रवेश मिलेगा। ट्रैफिक को मौजूदा समय में रामामंडी से घूम कर आना पड़ रहा है। अब 28 को खोले जाएंगे जालंधर बाईपास के टेंडर

करतारपुर के नजदीक स्थित गांव काहलवां, सरायखास से लेकर नकोदर रोड स्थित गांव कंग साबू तक बनाए जाने वाले जालंधर बाईपास के टेंडर 28 अप्रैल को खोले जाएंगे। इससे पहले 15 अप्रैल को टेंडर खोलने की घोषणा की गई थी। जालंधर में ट्रैफिक के भार को कम करने के लिए अति उपयोगी बताया जा रहा जालंधर बाईपास रायपुर रसूलपुर, धोगड़ी, मदारां खजूरला, जमशेर होते हुए कंग साबू पहुंचेगा। 47 किलोमीटर लंबा यह बाईपास सिक्स लेन बनाया जाएगा। बाईपास की खासियत यह होगी कि अमृतसर से दिल्ली, नकोदर, मोगा समेत मालवा या राजस्थान, गुजरात की तरफ जाने वाला ट्रैफिक जालंधर में प्रवेश करने के बजाय सरायखास से ही बाईपास पर मुड़ जाएगा। इसी तरह से जम्मू से दिल्ली की तरफ जाने वाला ट्रैफिक रायपुर, रसूलपुर से ही बाईपास में प्रवेश कर जाएगा। वहीं होशियारपुर से आ रहा ट्रैफिक मदारां से ही बाईपास पर प्रवेश करते हुए खजूरला तक पहुंच जाएगा।

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