LPU के पांच विद्यार्थी प्रो. कबड्डी लीग में करेंगे शानदार प्रदर्शन, 22 दिसंबर को बेंगलुरु व कर्नाटक में होगी शुरू

जालंधर में एलपीयू के खिलाड़ी अब प्रो कबड्डी लीग में खेलते नजर आएंगे। प्रो कबड्डी लीग का यह सीजन 22 दिसंबर 2021 से बेंगलुरु कर्नाटक में शुरू होने वाला है। कुल भाग लेने वाले 12 टीम समूहों में से चार ने एलपीयू के विद्यार्थियों के कौशल का सम्मान किया है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 09:35 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 09:35 AM (IST)
LPU के पांच विद्यार्थी प्रो. कबड्डी लीग में करेंगे शानदार प्रदर्शन, 22 दिसंबर को बेंगलुरु व कर्नाटक में होगी शुरू
प्रो कबड्डी लीग में भाग लेने वाले एलपीयू के पांच खिलाड़ी।

जालंधर [कमल किशोर]। जालंधर में एलपीयू के खिलाड़ी अब प्रो कबड्डी लीग में खेलते नजर आएंगे। यूनिवर्सिटी के पांच विद्यार्थियों का चयन लीग में हुआ है। अब विद्यार्थी लीग में बेहतर प्रदर्शन करके यूनिवर्सिटी के साथ-साथ देश का नाम भी रोशन करेंगे। पांचों विद्यार्थियों की बोली लगाई गई थी जिसमें उन्हें खरीदा गया है जो कि अपनी टीम की तरफ से खेलेगा। प्रो कबड्डी लीग का यह सीजन 22 दिसंबर 2021 से बेंगलुरु, कर्नाटक में शुरू होने वाला है। कुल भाग लेने वाले 12 टीम समूहों में से चार ने एलपीयू के विद्यार्थियों के कौशल का सम्मान किया है। यह चार चयनकर्ता समूह तेलुगु टाइटन्स, तमिल थलाइवाज, गुजरात जायंट्स और हरियाणा स्टीलर्स हैं। ईरान, दक्षिण कोरिया, जापान, श्रीलंका, बांग्लादेश और कई अन्य देशों के विदेशी खिलाड़ियों ने भी इस सीजन में भाग लेना है।

एलपीयू के छात्र सुरिंदर सिंह को तेलुगु टाइटन्स ने 55 लाख रुपये में खरीदा है। तमिल थलाइवाज ने सागर को 8 लाख रुपये में व गुजरात जायंट्स की ओर से 7.98 लाख रुपये में राकेश संग्रोया को खरीदा गया है। जबकि, हरियाणा स्टीलर्स ने मीतू शर्मा और जयदीप दहिया को 7.98 लाख रुपये में खरीदा है। एलपीयू के चांसलर  अशोक मित्तल ने पेशेवर रूप से मजबूत विद्यार्थियों को बधाई दी और उनकी टीमों की शानदार सफलता और आगे के बढ़िया करियर की कामना की।

भारतीय कबड्डी ने वर्ष 2014 में अपनी पहली पेशेवर लीग के साथ एक बड़ी छलांग लगाई थी, जहां कुछ प्रसिद्ध उद्यमियों ने टीम के मालिकों के रूप में अपनी रुचि दिखाई थी। लीग को इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन, एशियन कबड्डी फेडरेशन और एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया का समर्थन प्राप्त है। कबड्डी भारत का एक वास्तविक स्वदेशी खेल है और विशेष रूप से गांवों में बहुत लोकप्रिय है, क्योंकि इसे लंबे समय से ग्रामीण पक्ष से एक बढ़िया  खेल के रूप में देखा जाता रहा है। यह धीरे-धीरे फीका पड़ गया और क्रिकेट जैसे खेलों से बौना हो गया। हालांकि प्रो कबड्डी लीग की शुरुआत के साथ इस खेल के प्रति अब राय अनुकूल हो गई है। इसने अब विशाल प्रसारण, संशोधित नियमों और आकर्षक पुरस्कारों के साथ एक प्रतिष्ठित खेल के रूप में पुनः शुरुआत की है।

उदाहरण के तौर पर, 'तमिल थलाइवाज' चेन्नई, तमिलनाडु में स्थित एक कबड्डी टीम है। टीम के सह-स्वामित्व अभिनेता अल्लू अर्जुन, राम चरण, फिल्म निर्माता अल्लू अरविंद और अन्य के पास हैं। 'गुजरात जायंट्स' का उद्देश्य अदानी विल्मर लिमिटेड के माध्यम से खेल की संस्कृति को बढ़ावा देना है। 'हरियाणा स्टीलर्स' का स्वामित्व जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के पास है, जो 11 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक के जिंदल साउथ वेस्ट (जेएसडब्ल्यू) समूह का हिस्सा है। नीलामी प्रक्रिया के लिए, खिलाड़ियों को 4 श्रेणियों- ए, बी, सी, डी में विभाजित किया गया था। इसके अलावा प्रत्येक श्रेणी में खिलाड़ियों को रेडर, ऑलराउंडर या डिफेंडर के रूप में उनकी भूमिका में भी विभाजित किया गया था। श्रेणी ए के लिए आधार मूल्य 30 लाख रुपये, बी के लिए 20 लाख, सी के लिए 10 लाख और डी के लिए 6 लाख रुपये था।

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