फिरोजपुर में बैंक मैनेजर आत्महत्या में थाना मक्खू का घेराव, पुलिस अधिकारी पर लगा तंग करने का आरोप
मंगलवार की सायं लखबीर सिंह ने बंगाली वाला पुल दाखली तलवंडी नेपालां के नजदीक सरहंद फीडर नहर में छलांग लगा खुदकुशी कर ली थी। परिजनों ने ईओ विंग के इंचार्ज दलजीत सिंह पर पर्चा दर्ज करने की मांग पर थाने के बाहर धरना दिया।
जागरण संवाददाता, मक्खू (फिरोजपुर)। पुलिस केस से तंग आकर नहर के कूद जान देने वाले बैंक मैनेजर का शव गांव वरपाल की नहर से मिला। मंगलवार की सायं लखबीर सिंह ने बंगाली वाला पुल दाखली तलवंडी नेपालां के नजदीक सरहंद फीडर नहर में छलांग लगा खुदकुशी कर ली थी। वीरवार सायं पुलिस को उसका शव मिला। लखबीर के परिजनों ने खुदकुशी के लिए मजबूर करने वाले मोगा के ईओ विंग के इंचार्ज दलजीत सिंह पर पर्चा दर्ज करने की मांग पर थाने के बाहर धरना दिया। मक्खू थाना इंचार्ज जसविंदर सिंह ने कहा कि मुख्य आरोपित पर पर्चा दर्ज किया गया है जबकि पुलिस अधिकारी को जांच में शामिल किया जा रहा है। सुसाइ़ड नोट के आधार पर पर्चा दर्ज किया गया है।
लखवीर मोगा में एक प्राइवेट बैंक में मैनेजर था। पनसप में रणजीत सिंह ने 2 साल पहले लखबीर से 5 लाख का लोन लिया था। लोन की किश्तें न भरने पर बैंक ने उससे कार रिकवर कर ली थी। आरोपित ने झूठा बयान देकर कार पर पहले से आपराधिक केस दर्ज होने का पर्चा कटवा दिया। केस की जांच मोगा के ईओ विंग के इंचार्ज दलजीत सिंह कर रहे थे। लखबीर सिंह के सुसाइड नोट में लिखा कि केस को लेकर उसका 3 लाख 30 हजार में समझौता हो गया था। इसकी लिखित उसके एडवोकेट के पास पड़ी है। इसके बावजूद जांच अधिकारी दलजीत सिंह उस पर दबाव बनाता रहा। पुलिस के दबाव के कारण वह घर से बाहर रहने को मजबूर हो गया। उसका वैहाहिक जीवन तबाह हो गया।
सुसाइड नोट मिलने के बाद मक्खू पुलिस ने खुदकुशी के लिए मजबूर करने में रणजीत सिंह पर केस दर्ज किया लेकिन ईओ विंग इंचार्ज दलजीत सिंह पर कोई कार्रवाई नहीं की। थाना मक्खू के सब इंपेक्टर जसविंदर सिंह ने बताया कि एक आरोपित पर मामला दर्ज हुआ है जबकि दलजीत सिंह को तफ्तीश में शामिल किया जा रहा है।
लखबीर को मिले इंसाफ, मक्खू थाने के बाहर धरना
लखबीर की मौत के जिम्मेदार पुलिस अधिकारी पर पर्चा दर्ज करने के लिए मोगा के किसान संगठनों के साथ दूसरे संगठनों ने मक्खू थाने के बाहर धरना दिया। धरने में समाज सेवा सोसाइटी मोगा, पूर्व सैनिक विंग, विश्वकर्मा आटो यूनियन, सरबत का भला चैरीटेबल ट्रस्ट, किसान यूनियन कादियां, मोगा मोटर मैकेनिक यूनियन के सदस्यों ने कहा कि पुलिस आरोपित पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई से बच रही है। अगर उस पर पर्चा दर्ज न हुआ तो वे डीजीपी पंजाब तक जाएंगे।