विवाद में घिरे जालंधर के MP Santokh Chaudhary, जूते पहन ज्योति जलाने पर शिवसेना की FIR दर्ज करने की मांग
बीएसएनएल के हिंदी दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे सांसद चौधरी संतोख सिंह ने माता की आरती उतारने के दौरान जूते पहने हुए थे। शिवसेना हिंद ने कहा कि इससे हिंदुओं को ठेस पहुंची है। सांसद पर केस दर्ज किया जाए।
जागरण संवाददाता, जालंधर। सांसद संतोख सिंह चौधरी विवाद में घिरते दिख रहे हैं। जूते पहन कर ज्योति प्रज्ज्वलित करने की तस्वीर इंटरनेट मीडिया में आने के बाद शिवसेना हिंद ने इस पर आपत्ति जताई है। शिव सेना के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष इशांत शर्मा ने कहा कि सांसद ने जूते पहन कर मां भगवती की तस्वीर के आगे ज्योति जलाकर हिंदू धर्म की मर्यादा भंग की है। इसे लेकर हिंदुओं में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि सांसद ने ना केवल ऐसा किया, बल्कि इसकी तस्वीर खुद ही इंटरनेट मीडिया पर शेयर भी की है।
दरअसल, बीएसएनल की तरफ से हाल ही में आयोजित हुए हिंदी दिवस समारोह के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे सांसद चौधरी संतोख सिंह ने आरती उतारने के दौरान पांव में जूते पहने हुए थे। इसके अलावा सांसद के साथ खड़े हुए लोगों ने भी जूते पहन रखे थे।
सांसद के घर के बाहर धरना
इधर, इसके विरोध में दोपहर बाद हिंदू संगठनों के सदस्यों ने सांसद संतोख चौधरी के आवास के बाहर प्रदर्शन करके उन पर केस दर्ज करने की मांग की। शिवसेना समाजवादी के सदस्य सांसद के घर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।
सांसद संतोख चौधरी के जूते पहनकर माता की ज्योत जलाने पर शिवसेना ने एतराज जताया है।
इशांत शर्मा ने कहा कि हिंदू धर्म में देवी देवताओं के समक्ष करते ज्योति प्रज्ज्वलित करने और आरती उतारते समय मर्यादा के मुताबिक पांव से जूते उतारना जरूरी है। सांसद ने ऐसा नहीं किया है। उन्होंने सांसद के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। उधर, मामले को लेकर सांसद चौधरी संतोख सिंह से संपर्क किया गया तो बैठक में व्यस्त होने के चलते उनके साथ बात नहीं हो सकी।
सिंगर गुरदास मान पर दर्ज हो चुका है केस
जालंधर में सिखों की धार्मिक भावनाएं आहत करने के एक मामले में पंजाबी गायक गुरदास मान पर नकोदर में एफआईआर दर्ज की गई थी। गुरदास मान ने 20 अगस्त की कारत नकोदर में हुए एक धार्मिक कार्यक्रम में डेरा प्रमुख को सिख गुरु श्री अमरदास जी का वंशज बताया था। इससे सिख संगठन नाराज हो गए थे। करीब पांच दिन चले धरना प्रदर्शन के बाद पुलिस ने गुरदास मान पर केस दर्ज कर लिया था। मामले में एक दिन पहले ही मान को हाई कोर्ट से अंतरिम जमानत मिली है।
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