फिरोजपुर में हमला कर सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित को छुड़ाने वालों की तलाश में जुटी पुलिस

पंजाब पुलिस मंगलवार को सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित को गुरूहरसहाय ले जा रही थी। तभी पुलिस की टीम पर लगभग डेढ़ दर्जन लोगों ने हमला कर दिया था। उन्होंने पुलिस की गाड़ी के शीशे तोड़कर दुष्कर्म आरोपित स्वर्णजीत सिंह को छुड़ा लिया था।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 02:00 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 02:00 PM (IST)
फिरोजपुर में हमला कर सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित को छुड़ाने वालों की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस की टीम पर लगभग डेढ़ दर्जन लोगों ने हमला कर दिया था।

फिरोजपुर, जेएनएन। यहां सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित को पुलिस की गाड़ी पर हमला करके छुड़ा ले जाने के मामले में अब पुलिस ने हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है। फिरोजपुर पुलिस मंगलवार को आरोपित को गुरूहरसहाय ले जा रही थी। तभी पुलिस की टीम पर लगभग डेढ़ दर्जन लोगों ने हमला कर दिया था। उन्होंने पुलिस की गाड़ी के शीशे तोड़कर दुष्कर्म के आरोपित स्वर्णजीत सिंह को छुड़ा लिया था। वे उसे अपने साथ ले गए थे।

यह घटना मंगलवार रात करीब 7 बजे की है। वारदात के वक्त पुलिस टीम में एएसआई महल सिंह और जंग सिंह के अलावा 2 होमगार्ड के जवान थे। उन्होंने हमलावरों का सामना करने की कोशिश की पर नाकाम रहे।  गुरुहरसहाय और फिरोजपुर पुलिस ने हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।

यह है मामला

18 जून, 2020 को गुरूहरसहाय के आदर्श नगर की रहने वाली 27 वर्षीय महिला ने पेशे से जमींदार स्वर्ण सिंह और उसके दो अज्ञात साथियों पर दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। शिकायत देने वाली महिला एक बच्चे की मां है। आरोपित स्वर्ण सिंह थाना मल्लांवाला के गांव कामल वाला का रहने वाला है। मंगलवार को गुरूहरसहाय की पुलिस ने गांव में दबिश देकर उसे काबू किया था। पुलिस मुलाजिमों के मुताबिक गांव कामलवाला से ही कुछ गाड़ियां उनके पीछे लग गईं। फिरोजपुर के जीरा गेट के पास पीछा कर ही गाड़ियों ने उनका रास्ता रोक लिया और पुलिस की गाड़ी के शीशे तोड़ डाले। मौके पर मौजूद भीड़ को देखते हुए किसी पुलिस मुलाजिम ने गोली नहीं चलाई। इस वजह से हमलावर स्वर्णजीत सिंह को साथ भगा ले जाने में सफल रहे। घटना को लेकर थाना फिरोजपुर सिटी में मामला दर्ज किया गया है।

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