करतारपुर के स्कैनिंग सेंटर ने सरकारी सील तोड़ दोबारा शुरू की भ्रूण लिंग जांच, फतेहबाद सेहत विभाग की टीम ने किया राजफाश

फतेहाबाद से आई सेहत विभाग की टीम ने करतारपुर के एक सेंटर में किए जा रहे भ्रण लिंग जांच का राजफाश किया है। विभाग ने सेंटर को सील कर दिया और मशीन सील कर पुलिस को सौंप दी।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 09:43 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 09:43 AM (IST)
करतारपुर के स्कैनिंग सेंटर ने सरकारी सील तोड़ दोबारा शुरू की भ्रूण लिंग जांच, फतेहबाद सेहत विभाग की टीम ने किया राजफाश
फतेहाबाद सेहत विभाग की टीम ने करतारपुर के सेंटर में किए जा रहे भ्रण लिंग जांच का राजफाश किया है।

करतारपुर, संवाद सहयोगी। फतेहाबाद से आई सेहत विभाग की टीम ने करतारपुर के एक सेंटर में किए जा रहे भ्रण लिंग जांच का राजफाश किया है। विभाग ने सेंटर को सील कर दिया और मशीन सील कर पुलिस को सौंप दी। चार दलाल समेत सेंटर के एक स्टाफ सदस्य को हिरासत में भी लिया गया जबकि महिला की स्कैनिंग करने वाली डाक्टर फरार हो गई।

फतेहाबाद के डिप्टी सिविल सर्जन डा. गिरीश कुमार ने बताया कि उनको गुप्त सूचना मिली थी कि करतारपुर के एक सेंटर में भ्रूण की लिंग जांच की जाती है। उन्होंने रेड करने के लिए फतेहाबाद से एक गर्भवती महिला को तैयार किया। सेंटर का महिला के साथ 40 हजार में सौदा तय हुआ। सेंटर संचालकों ने महिला को पहले जलालाबाद में एक महिला के पास भेजा। वहां से उसे कपूरथला बस स्टैंड लाया गया। वहां काफी समय इंतजार करने पर एक और महिला आई जो उसे करतारपुर रेलवे स्टेशन लेकर आई। वहां भी उसे कुछ देर इंतजार करवाया गया। कुछ समय बाद एक महिला अपने भांजे के साथ गाड़ी नंबर पीबी 21 बी 0011 पहुंची और सभी उसे डा. टीपीएस मुल्तानी के सेंटर लेकर आए।

सेंटर में जांच होने के बाद महिला दलाल व उसके साथी को पकड़ लिया गया जबकि इसी बीच डाक्टर सेंटर को ताला लगाकर फरार हो गया था। टीम ने वीडियोग्राफी कर ताला तोड़ा और गहन जांच पड़ताल की। इस दौरान सेहत विभाग जालंधर की ओर से दो माह पहले सील की गई मशीन कपड़े में लिपटी मिली। उसकी भी सील टूटी हुई थी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इनमें तीन दलाल महिलाएं, एक दलाल युवक व एक स्कैङ्क्षनग सेंटर में काम करने वाला व्यक्ति को हिरासत में लिए है। मौके पर दो दलाल महिलाओं से 35 हजार रुपये बरामद भी कर लिए गए। जिला परिवार कल्याण अधिकारी डा. रमन गुप्ता ने बताया कि पुलिस को मामला दर्ज करने की सिफारिश की गई है।

पहले भी सेंटर में हो चुकी है छापेमारी

इस सेंटर में 2018 में भी सेहत विभाग ने छापामारी की थी और उसका मामला अदालत में चल रहा है। इससे पहले भी कार्रवाई हो चुकी है। दो माह पहले भी सेहत विभाग की टीम ने छाापमारी की थी और अल्ट्रा साउंड स्कैनिंग मशीन सील कर दी थी।

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