किसानों ने पुतले फूंक डीसी आफिस के बाहर किया प्रदर्शन
किसानों ने मांगों को लेकर संघर्ष तेज कर दिया है। पहले कृषि सुधार कानूनों को रद करवाने के लिए चल रहे संघर्ष के साथ-साथ बिजली संकट को टालने के लिए भी किसान सड़कों पर उतरे थे।
जागरण संवाददाता, जालंधर : किसानों ने मांगों को लेकर संघर्ष तेज कर दिया है। पहले कृषि सुधार कानूनों को रद करवाने के लिए चल रहे संघर्ष के साथ-साथ बिजली संकट को टालने के लिए भी किसान सड़कों पर उतरे थे। अब जालंधर के किसानों ने रिग रोड और बाईपास के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन राजेवाल ने प्रधान कश्मीर सिंह की अगुआई में डीसी आफिस के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि किसानों ने जिला प्रशासन से जमीनों के मुआवजे की मांग रखी है और केंद्र व राज्य सरकार इसे ठंडे बस्ते में डाल रही है। सरकार उन्हें निर्धारित मुआवजा मुहैया नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि जमीन के सही मालिकों को उनका हक नहीं मिल रहा। रिग रोड तथा बाईपास बनाने के लिए कई किसानों की जमीन सरकार ने कब्जे में ले ली है। किसानों को निर्धारित मूल्य से भी कम मुआवजा मिल रहा है। इस दायरे में करीब 26 गांवों के 250 परिवार प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक किसानों को उनके हक नहीं मिलते, तब तक वे इसका निर्माण कार्य पूरा नहीं होने देंगे। उन्होंने इस बाबत किसानों की अनुमति के बिना वहां पहुंचने वाले अधिकारियों का भी बायकाट करने की बात कही। किसानों ने रिग रोड बाईपास के साथ सर्विस लेन बढ़ाने तथा सड़क में बंट चुकी जमीनों में सिचाई के लिए ट्यूबवेल लगवाने की मांग रखी है। इससे किसानों ने पहले डीसी आफिस के बाहर केंद्र व राज्य सरकार के पुतले फूंके और जमकर नारेबाजी की। इस संबंध में जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया। इस मौके पर लखबीर सिंह, रजवंत सिंह, बलजीत सिंह, अमरजीत सिंह, सुखविदर सिंह, सतवीर सिंह, मुख्तियार सिंह, सिमरजीत सिंह, गुरपिदर सिंह राणा, परमिदर सिंह, सुरिदर सिंह तथा मनजीत सिंह के अलावा यूनियन के अन्य सदस्य व पदाधिकारी मौजूद थे।