समस्तीपुर हत्याकांडः पुलिस नहीं पकड़ सकी हत्यारे, खौफजदा परिवार कर गया पलायन Jalandhar News

पांच सितंबर की रात समस्तीपुर (सरमस्तपुर बल्लां) में सड़क किनारे बनी झुग्गियों में कुछ गुंडों ने रॉड व डंडों से हमला कर दिया था। इसमें एक महिला की मौत हो गई थी।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Mon, 14 Oct 2019 11:22 AM (IST) Updated:Mon, 14 Oct 2019 11:22 AM (IST)
समस्तीपुर हत्याकांडः पुलिस नहीं पकड़ सकी हत्यारे, खौफजदा परिवार कर गया पलायन Jalandhar News
समस्तीपुर हत्याकांडः पुलिस नहीं पकड़ सकी हत्यारे, खौफजदा परिवार कर गया पलायन Jalandhar News

जालंधर [मनीष शर्मा]। पठानकोट रोड पर समस्तीपुर में आधी रात गुंडागर्दी को नंगा नाच कर एक महिला की हत्या व परिवार के अन्य सदस्यों को बेरहमी से मारपीट कर लूटपाट करने वाले गिरोह को देहात पुलिस सवा महीने बाद भी नहीं पकड़ सकी है। नतीजतन, गुंडों से खौफजदा परिवार ने वह जगह ही छोड़ दी। पूरा परिवार वहां से पलायन कर कमिश्नरेट पुलिस के क्षेत्र रामा मंडी में रहने लगा है। इस हत्याकांड में करीब आठ हमलावरों के शामिल होने का आरोप है। बावजूद इसके पुलिस अभी तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है। दहशत में अपना घर-परिवार दूसरी जगह शिफ्ट करने से देहात क्षेत्र में लॉ एंड ऑर्डर की हालत का जनाजा निकल गया है।

वहीं, पहले घटना न रोक पाने, फिर घटनास्थल पर देरी से जाने और अब हत्यारों को न पकड़ पाने के कारण हर समय चौकन्ना रहने का दावा करने वाले अधिकारियों की कारगुजारी पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। चर्चा यह भी है कि पुलिस अब असल इन्वेस्टिगेशन की बजाय उन्हीं कामों को तरजीह दे रही है, जिनसे सरकार और चंडीगढ़ पुलिस हेडक्वार्टर में बैठे अफसरों की नजरों में वाहवाही हो सके।
 

इतना भयानक था हमला, पड़ोसी की हार्ट अटैक से गई जान

पांच सितंबर की रात समस्तीपुर (सरमस्तपुर बल्लां) में सड़क किनारे बनी झुग्गियों में कुछ गुंडों ने रॉड व डंडों से देसी दवाई बेचने वाले परिवार पर हमला कर दिया। मूल रूप से राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले चार भाइयों की मां रेशमा की रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। फिर जो सामने आता गया, हमलावर उसे बेरहमी से पीटते रहे। यह देख साथ के घर में रहने वाले शालिग्राम ने तो हार्ट अटैक से ही दम तोड़ दिया। हमलावर महिलाओं के कानों से बालियां तक झपटकर ले गए। बगल के पेट्रोल पंप पर बैठी पुलिस को बुलाया गया तो वो भी हमलावरों से डरकर दौड़ गए। पुलिस तब पहुंची जब सारा कांड हो चुका था। फिर प्रकाश के बयानों पर उसकी मां की हत्या व लगभग छह संबंधियों को जख्मी करने के आरोप में हत्या व मारपीट का केस दर्ज कर पुलिस ने कागजी कार्रवाई की खानापूर्ति कर डाली। इसके बाद पीडि़त परिवार को सिर्फ दफ्तरों में कागजात साइन करने के लिए ही बुलाया जाता रहा।
 

पुलिस तो उलटा हमसे सवाल करती है : परिजन

रेशमा के बेटे प्रकाश ने कहा कि डर के माहौल में हम कब तक जीते। हमलावर पकड़े नहीं गए, इसलिए हमने वो जगह छोड़ दी। पुलिस वाले टाइम पर नहीं आते, वरना यह हत्यारे व हमलावर तो उसी दिन पकड़े जाते। हमें कभी किशनगढ़ तो कभी करतारपुर बुलाते हैं। वहां कागजात साइन करने होते हैं। वहां पहुंचते हैं तो उलटा हमसे सवाल करते हैं कि तब क्या कर रहे थे, सो रहे थे या जाग रहे थे...। फिर कहते हैं कि वो तो आपके ही आदमी थे। कभी किसी की शिनाख्त करने के लिए तो बुलाया ही नहीं गया।

परिजन संपर्क में हैं, जांच जारी है : डीएसपी

करतारपुर के डीएसपी सुरिंदर पाल ने कहा कि पुलिस की जांच जारी है। हमें पता चला है कि यह गिरोह है, जिसने पहले हरियाणा व पंजाब के जगराओं में भी ऐसी वारदातें की हैं। इसमें फैमिली मैटर, लूटपाट, सीजन चेंज जैसे कई एंगल हैं, जिन पर हम जांच कर रहे हैं। परिजन भी हमारे संपर्क में हैं। उनसे फिर बात करेंगे ताकि इस गिरोह को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। हमने इसके लिए हरियाणा पुलिस से भी तालमेल बना रखा है।

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