कांग्रेस विधायक परगट सिंह बोले- पंजाब में पार्टी में बढ़ी गुटबाजी, कैप्टन अमरिंदर सिंह बनाम नवजोत सिद्धू की राजनीति
पंजाब कांग्रेस में घमासान थम नहीं रहा। पार्टी विधायक परगट सिंह ने विधायकों के बेटों को नौकरी देने के मामले में कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार को घेरा। कहा कि राज्य में कैप्टन बनाम सिद्धू की राजनीति हो रही है।
जेएनएन, जालंधर। बागी तेवरों के साथ अपनी ही सरकार पर बार-बार हमला बोल रहे जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह ने विधायक फतेह जंग सिंह बाजवा और राकेश पांडे के बेटों को सरकारी नौकरी देने का कड़ा विरोध जताया है। परगट सिंह ने फैसले पर तुरंत रोक की मांग की है। उन्होंने कहा कि दोनों ही परिवार आर्थिक और राजनीतिक रूप से मजबूत हैं और तरस के आधार पर नौकरी की कैटेगरी में नहीं आते।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की काबिलियत पर उन्हें कोई शक नहीं है और 5 मंत्रियों के विरोध के बावजूद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधायकों के बेटों को नौकरी देने का प्रस्ताव पारित कर दिया, लेकिन सवाल यह है कि वह जब बड़े विरोध के बीच इस तरह के फैसले ले सकते हैं तो पंजाब से जुड़े बड़े मुद्दों पर काम क्यों नहीं हो रहा।
उन्होंने कहा कि सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के भाई को डीएसपी बनाना भी गलत था। इस समय पंजाब के युवाओं को नौकरी नहीं दे पा रहे हैं तो विधायकों के बेटों को तरस के आधार पर नौकरी किसलिए दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इस समय पंजाब कांग्रेसी गुटबाजी बढ़ गई है और सीधे-सीधे यह हॉर्स ट्रेडिंग है, ताकि विधायकों को अपने गुट के साथ जोड़कर रख सकें। विधायक परगट सिंह ने कहा कि इस मुद्दे को कैप्टन अमरिंदर सिंह बनाम नवजोत सिंह सिद्धू बना दिया गया है, जबकि यह मामला मुद्दों से जुड़ा है।
इस समय तीनों पार्टियों का एक ही स्तर
विधायक परगट सिंह ने कहा कि जनता में इस समय कांग्रेस, अकाली दल और आम आदमी पार्टी एक ही स्तर पर खड़ी हैं। भाजपा के लिए तो खैर चुनाव लड़ना ही मुश्किल है, लेकिन सत्ता में रह चुकी अकाली दल और कांग्रेस की तरह ही आम आदमी पार्टी के लिए भी जनता में अभी परसेप्शन को लेकर स्थिति कोई खास बेहतर नहीं है।
न आप में जा रहा न कैंट विधानसभा क्षेत्र छोड़ने का इरादा
विधायक परगट सिंह ने कहा कि उनका आम आदमी पार्टी में जाने का कोई इरादा नहीं है। वह कांग्रेस में ही रहकर जनता के मुद्दे उठाते रहेंगे। नवांशहर से आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चाओं को उन्होंने पूरी तरह से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वह 2019 से ही पंजाब के मुद्दों को लेकर सरकार से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन जब किसी भी स्तर पर सुनवाई नहीं हुई तो उन्हें मीडिया में आना पड़ा।
पार्टी का एक्शन झेलने को तैयार
अपनी ही सरकार और मुख्यमंत्री के खिलाफ बार-बार मोर्चा खोलने पर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत के अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी पर विधायक परगट सिंह ने कहा कि वह हर तरह की कार्रवाई झेलने के लिए तैयार हैं। वह किसी भी नेता के खिलाफ नहीं बोल रहे हैं। वह सिर्फ पंजाब के मुद्दे उठा रहे हैं और इसे लगातार उठाते रहेंगे।