पंजाब में नई बसें न बनवाई तो खत्म होंगे फैब्रिकेटर्स
लंबे अरसे से आर्थिक संकट झेल रही पंजाब और विशेषकर जालंधर की बस बाडी फैब्रिकेशन इंडस्ट्री अब पंजाब रोडवेज की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रही है।
जागरण संवाददाता, जालंधर
लंबे अरसे से आर्थिक संकट झेल रही पंजाब और विशेषकर जालंधर की बस बाडी फैब्रिकेशन इंडस्ट्री अब पंजाब रोडवेज की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रही है। पंजाब रोडवेज के बेड़े में 400 के लगभग नई बसें शामिल करने का निर्णय लिया गया है। फैब्रिकेटर्स को उम्मीद है कि इस बार राहत देते हुए पंजाब रोडवेज की तरफ से नई बसों की फेब्रिकेशन का काम पंजाब में ही करवाया जाएगा।
प्रदेश की बस बाडी फैब्रिकेशन इंडस्ट्री दशकों से देश भर में अपनी पहचान बनाए हुए थी, लेकिन धीरे-धीरे अन्य राज्यों ने पंजाब में बसों की फेब्रिकेशन बंद कर दी। भारी झटका तो तब लगा जब पंजाब रोडवेज ने ही अपनी नई बसों की फेब्रिकेशन पंजाब के बजाय हरियाणा अथवा राजस्थान से करवानी शुरू कर दी। इससे फैब्रिकेटर आर्थिक तंगी से घिर गए और कई फेब्रिकेशन इकाइयां तो बंद ही कर देनी पड़ी।
अपर इंडिया कोच बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय खुल्लर ने कहा कि कोरोना काल और उससे पहले से ही आर्थिक मंदी से घिरी आ रही फैब्रिकेशन इंडस्ट्री को इस बार राहत दी जानी चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि पंजाब रोडवेज प्रबंधन नई बसों की फेब्रिकेशन पंजाब में ही करवाए। महासचिव दविदर सिंह बिट्टू ने कहा कि अगर इस बार भी पंजाब रोडवेज की तरफ से अपनी बसों की फेब्रिकेशन पंजाब से बाहर जाकर करवाई जाती है तो फिर फैब्रिकेशन इंडस्ट्री का बंद हो जाना तय हो जाएगा।