लाकडाउन में मिला आइडिया, डिस्ट्रिक्ट में फैला रहे पर्यावरण की महक
प्रिस वर्मा द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों के चलते उन्हें एनवायरमेंट चेयरमैन बनाया गया था।
शाम सहगल, जालंधर
2010 में अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्वयंसेवी संस्था लायंस क्लब इंटरनेशनल के डिस्ट्रिक्ट 321-डी के गवर्नर बने प्रिस वर्मा द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों के चलते उन्हें एनवायरमेंट चेयरमैन बनाया गया था। वर्ष 2011-12 में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर भी बने, लेकिन बतौर एनवायरमेंट चेयरमैन के दौरान किए गए कार्यों का प्रभाव उन पर हमेशा रहा। कोरोना वायरस महामारी के चलते मार्च में लगाए गए कर्फ्यू तथा लाकडाउन के दौरान जब लोग घरों में बैठकर मनोरंजन के साधन जुटा रहे थे, उस दौर में भी प्रिस ने पर्यावरण संरक्षण का जज्बा कम नहीं होने दिया। जिसकी शुरुआत घर के आंगन या फिर छत नहीं, बल्कि दीवारों से की। यहां पर प्लास्टिक की वेस्ट बोतलों को काटकर उसमें पौधे लगाने शुरू किए।
67 वर्षीय प्रिस वर्मा अभी तक अपने जीवन में 73 बार रक्तदान भी कर चुके हैं। वह बताते हैं कि रक्तदान करने से इंसान के शरीर में कोई कमी नहीं आती। लिहाजा, किसी जरूरतमंद की जान को जरूर बचाया जा सकता है। वर्ष में तीन से अधिक बार ब्लड डोनेट करने वाले प्रिस वर्मा उम्र के इस पड़ाव में भी स्वतंत्रता दिवस वाले दिन इस नेक कार्य को अंजाम देते हैं। लगभग सभी देशों में घूम चुके वर्मा बताते हैं कि रक्तदान को लेकर लोगों को संकीर्ण मानसिकता से ऊपर उठकर आगे आना होगा। लाकडाउन में किया मिट्टी से लेकर खाद तक का इंतजाम
लाकडाउन के दौरान तमाम तरह के व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद पड़े थे। ऐसे में घर की दीवारों को पौधों से महकाना आसान नहीं था। इसके लिए प्रिस वर्मा ने प्रशासन से इजाजत लेकर जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए घर से निकलने के दौरान यह सामग्री भी एकत्रित की। जिससे घर की दीवारों पर पौधे उगाने में सफल रहे। पांच हजार पौधे बांटने का लक्ष्य कर चुके हैं पूरा
लायंस क्लब डिस्ट्रिक्ट 321 में एनवायरमेंट चेयरमैन बनने के दौरान वर्ष भर में उन्होंने पांच हजार पौधे वितरित करके मिसाल कायम की थी। उसी दौर में इन्होंने 'पौधे लगाएं ही नहीं, अपनाएं भी' की मुहिम चलाकर लोगों को इन्हें अपनाते हुए पालन पोषण करने के लिए शपथ भी दिलवाई थी। गवर्नर कार्यकाल में भी पर्यावरण संरक्षण मुहिम चलाई
लायंस क्लब 321-डी के अंतर्गत जिले से लेह लद्दाख के इलाके आते हैं। गवर्नर के कार्यकाल के दौरान प्रिस वर्मा ने पर्यावरण संरक्षण मुहिम को आगे बढ़ाया। जिसके तहत इस क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वालों को इंटरनेशनल स्तर के अवार्ड देकर प्रोत्साहित किया।