Powercom मैनेजमेंट व टेक्निकल स्टाफ की लड़ाई में पिस रहे बिजली उपभोक्ता, आज समाधान न निकला तो बढ़ेगी मुश्किल

पावरकाम मैनेजमेंट व टेक्निकल स्टाफ की मांगों को लेकर आपसी लड़ाई में उपभोक्ता पिस रहे हैं। रविवार को मैनेजमेंट व पीएसईबी ज्वाइंट फोरम के सदस्यों की आपसी बातचीत के तहत हल निकल सकता है। मैनेजमेंट ने फोरम के सदस्यों को बातचीत करने के लिए बुलाया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 10:00 AM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 10:03 AM (IST)
Powercom मैनेजमेंट व टेक्निकल स्टाफ की लड़ाई में पिस रहे बिजली उपभोक्ता, आज समाधान न निकला तो बढ़ेगी मुश्किल
सब स्टेशन पर एक्सईएन, एसडीओ व वरिष्ठ इंजीनियर्स कार्य कर रहे हैं।

कमल किशोर, जालंधर। पावरकाम मैनेजमेंट व टेक्निकल स्टाफ की मांगों को लेकर आपसी लड़ाई में उपभोक्ता पिस रहे हैं। रविवार को मैनेजमेंट व पीएसईबी ज्वाइंट फोरम के सदस्यों की आपसी बातचीत के तहत हल निकल सकता है। मैनेजमेंट ने फोरम के सदस्यों को बातचीत करने के लिए बुलाया है। मैनेजमेंट ने मांगों को मान लिया तो रोष प्रदर्शन खत्म हो जाएगा। स्टाफ काम पर लौट आएगा। अगर रोष प्रदर्शन जारी रहा तो 26 नवंबर तक सदस्य हड़ताल पर डटे रहेंगे।

फोरम के सदस्य पहले ही कह चुके हैं अगर मैनमेजमेंट ने 26 नवंबर तक मांगों का हल नहीं निकाला तो स्टाफ सदस्य लंबी छुट्टी लेकर रोष प्रदर्शन करने में जुट जाएंगे। चंडीगढ़ के पीएसपीसीएल के गेस्ट हाउस में बैठक होने जा रही है। बैठक में नतीजा आने की उम्मीद है। सब स्टेशन पर एक्सईएन, एसडीओ व वरिष्ठ इंजीनियर्स कार्य कर रहे हैं। वे इतनी लंबी ड्यूटी करने से नाराज हैं। फिलहाल, रविवार को इस समस्या का हल निकलता नजर आ रहा है।

कैश काउंट बंद

उपभोक्ता को किसी प्रकार से कोई राहत नहीं है। बिजली के फाल्ट देरी से ठीक हो रहे है। कैश काउंटर काउंटर बंद होने से बिल जमा रही हो रहे है। पांच डिवीजन का टेक्निकल स्टाफ व क्लेरिकल स्टाफ सामूहिक छुट्टी लेकर मैनेजमेंट के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर रहा है। इस कारण, एक्सईयन सब स्टेशन पर ड्यूटी दे रहे है। दूसरी तरफ जेई काउंसिल बठिंडा वेस्ट डिवीजन ने सब स्टेशन पर ड्यूटी देने के लिए मना कर दिया है। आने वाले दिनों में पावरकाम की अकाउंटेंट एसोसिएशन भी छुट्टी लेकर टेक्किनल व क्लेरिकल स्टाफ के रोष प्रदर्शन के साथ जुड़ने जा रही है। 

शनिवार को छुट्टी के दिन कार्यालय बंद रहे

शनिवार को छुट्टी रहने की वजह से पावरकाम के कार्यालय बंद थे। पावरकाम पहले की कह चुका है कि अंतिम तिथि के बाद वाले बिल पर दो प्रतिशत जुर्माना लगेगा। पावरकाम उपभोक्ता को समय पर बिल जमा करवाने के लिए कह रहा है। मैनेजमेंट व स्टाफ की लड़ाई से उपभोक्ता के बिल के नाम पर जेब कट रही है। इन दोनों में खींचतान होने की वजह से सरकार मूकदर्शक बनकर बैठी है। मैनेजमेंट मांगों को नजरअंदाज कर रही है। स्टाफ रोष प्रदर्शन कर रहे है। उपभोक्ता नाजायज पिस रहा है।

रोजाना 60 करोड़ का वित्तीय नुकसान

जालंधर सर्किल के प्रधान बलविंदर राणा ने कहा कि पांच डिवीजन में से चार डिवीजन के कैश काउंट बंद पड़े हैं। कैश व चेक माध्यम से बिल जमा नहीं हो रहे है। करीब रोजाना 60 करोड़ का वित्तीय नुकसान हो रहा है। माडल टाउन के कैश काउंटर खुला है जबकि कैंट, फगवाड़ा, मकसूदां, पठानकोट डिवीजन के कैश काउंटर बंद पड़े हैं।

जेई काउंसिल ने फोन किए आन

पावरकाम मैनेजमेंट के आश्वासन के बाद जेई काउंसिल के सदस्यों ने फोन तो आन कर दिए है लेकिन डिफाल्टिंग अमाउंट, मीटर अप्लाई व नए मीटर लगाने संबंधित काम रुका पड़ा है। विभाग की 70 करोड़ के करीब डिफाल्टिंग अमाउंट शेष है। हड़ताल के कारण वह भी जमा नहीं हो रही है।

सब स्टेशन पर दे रहे एक्सईयन ड्यूटी

टेक्निकल स्टाफ सामूहिक छुट्टी पर होने की वजह से ग्रिड सब स्टेशन पर एक्सईयन ड्यूटी दे रहे है। अब तक 54 घंटे ड्यूटी दे चुके है। मैनेजमेंट ने अगले आदेशों तक एक्सईयन, एसडीओ व वरिष्ठ इंजीनियर की छुट्टी पर रोक लगा दी है। फिलहाल नाम न छापने की शर्त पर एक्सईयन का कहना है कि 54 घंटे ड्यूटी से कई बीमार पड़ने शुरु हो गए है। इंजीनियर एसोसिएशन से जुड़े होने की वजह वरिष्ठ इंजीनियर्स अपना दर्द नहीं बता पा रहे है। सब स्टेशन पर तैनात एक्सईयन स्टाफ को फोन करके जानकारी प्राप्त कर रहे है।

दोनों की लड़ाई में उपभोक्ता में पिस रहे है

गुरु तेग बहादुर नगर के रहने वाले जगदीप सिंह ने कहा कि मैनेजमेंट व स्टाफ की लड़ाई में उपभोक्ता पिस रहे है। अंतिम तारीख बिल के बाद जुर्माना लगाया जा रहा है। संजय गांधी नगर के रहने वाले नवदीप सिंह ने बताया कि उपभोक्ता परेशान हो रहा है सरकार मूकदर्शक होकर बैठी पड़ी है।

अंतिम तिथि के बाद लगेगा 2 प्रतिशत जुर्माना

पावरकाम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हरजिंदर सिंह बांसल ने कहा कि बिल की अंतिम तिथि के बाद जिम जमा होता है तो दो प्रतिशत के हिसाब से जुर्माना लगाया जाएगा। पन्द्रह दिन के बाद बिल न जमा होने पर जुर्माना पांच प्रतिशत पहुंच जाएगा। उपभोक्ता को आनलाइन बिल जमा करवाने की जानकारी होती है। जुर्माने से बचने के लिए समय पर आनलाइन बिल जमा करवाएं।

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