पटियाला में बुजुर्ग मां ने बेटे, बहू व पोती पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- मारपीट कर पिलाया पेशाब, घर से निकाला

पंजाब के भादसों स्थित एक गांव में बुजुर्ग महिला ने अपनेे बेटे बहू व पोती पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा कि बेटा बहूू व पोती उससे मारपीट करते हैं। उन्होंने उसे पेशाब भी पिलाया और घर से निकाल दिया।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 01:56 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 02:28 PM (IST)
पटियाला में बुजुर्ग मां ने बेटे, बहू व पोती पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- मारपीट कर पिलाया पेशाब, घर से निकाला
बेटे, बहू व पोती पर आरोप लगाने वाली बुजुर्ग महिला। जागरण

जागरण संवाददाता, पटियाला। जिले के भादसों के अंतर्गत आते गांव रायमल माजरी की एक कैंसर पीड़ित बुजुर्ग महिला ने अपने बेटे, पुत्रवधू एवं पोती पर न केवल मारपीट करके घर से निकालने का आरोप लगाया है, बल्कि कहा कि उसे जबरदस्ती पेशाब भी पिलाया गया। उसका कहना है कि उसके पुत्र ने पत्नी व बेटी के साथ मिलकर अपशब्द कहते हैं और मारपीट करते हैं।

बुजुर्ग महिला का कहना है कि उसे अब घर से निकाल दिया गया है। अब वह अपने दूसरे पुत्र के पास नाभा के गांव अगौल में रहती है। वह अपनी शिकायत लेकर तीन बार भादसों थाने की पुलिस के पास जा चुकी है, जहां उसकी सुनवाई नहीं हुई। अब उसने बतौर सीनियर सिटीजन का केस एसडीएम की अदालत में लगाया है, जिसकी 9 अगस्त को सुनवाई होनी है। जब इस केस के समन उसके पुत्र के पास पहुंचे तो उन्होंने केस वापस लेने का दबाव बनाते हुए उसे जबरदस्ती पेशाब पिलाया। आज वह पटियाला में महिला आयोग की सदस्या इंद्रजीत कौर के घर शिकायत लेकर पहुंची और मीडिया के सामने अपनी बात रखी।

महिला आयोग पहुंचा मामला

इस सबंध में महिला आयोग की सदस्या इंद्रजीत कौर का कहना है कि उनके पास महिला की शिकायत आई है, जिसके आधार पर मंगलवार को वह और आयोग के अन्य सदस्य महिला के गांव में जाएंगे और स्थिति का जायजा लेकर जो उचित होगा कार्रवाई करेंगे।

एसएचओ बोले- शिकायतकर्ता मुझे नहीं मिली

इस संबंध में भादसों थाना के एसएचओ अमृत वीर सिंह का कहना है कि पुलिस के पास शिकायत आई है और इस मामले की सुनवाई की जा रही है। शिकायतकर्ता एक बार भी उनके साथ रूबरू नहीं हुई।

बेटा बोला- मां के आरोप झूठे

वहीं महिला के बेटे का कहना है कि उनकी मां के द्वारा लगाया आरोप झूठा व निराधार है। न तो उन्होंने माता को पेशाब पिलाया है और न ही मारपीट की है। उनकी माता का झुकाव दूसरे पुत्र यानी उनके ही भाई की तरफ है। वह तीन भाई हैं जिनमें से एक की मौत हो गई है और दूसरा गांव अकाल में अलग रहता है। पिता की जमीन का बंटवारा तीनों भाइयों में बराबर हो चुका है। माता अलग रहती हैंं। उनकी तरफ से सेवा करने में कोई कमी नहीं की जा रही है। आज उन्होंने थाने में आकर गांववासियों के साथ अपना पक्ष रखा है। 

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