विद्यार्थियों की लीड से हटकर सोचने की क्षमता बढ़ाएगी 'एकलव्य' सीरिज
विद्यार्थियों को अब केवल किताबी ज्ञान ही नहीं बल्कि लीड से हटकर सोचने की क्षमता को बढ़ाकर प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए शिक्षक तैयार करेंगे।
अंकित शर्मा, जालंधर : विद्यार्थियों को अब केवल किताबी ज्ञान ही नहीं, बल्कि लीड से हटकर सोचने की क्षमता को बढ़ाकर प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए शिक्षक तैयार करेंगे। इसमें विद्यार्थियों की क्रिएटिविटी को निखारना, बेहतर विचार और सोच को जागृत किया जाएगा, जिससे वे किताबी ज्ञान के साथ-साथ लीड से हटकर कुछ न कुछ नया सोचते रहें। इसी उद्देश्य को मुख्य रखते हुए न्यू एजुकेशन पालिसी 2020 तैयार की गई थी। यही कारण है कि विद्यार्थियों की क्षमता को बढ़ाने के लक्ष्य की तरफ सीबीएसई आइआइटी गांधीनगर के सहयोग से एकलव्य सीरिज कार्यक्रम करवाएगा। इससे विद्यार्थियों की क्रिएटिविटी में तो निखार आएगा और उनमें विषय की समझ भी बढ़ेगी।
एकलव्य सीरिज के तहत आनलाइन एजुकेशनल प्रोग्राम होंगे, जिनमें विद्यार्थियों को नई एजुकेशन पालिसी के बारे में बताने के साथ-साथ उन्हें अच्छे ढंग से कैसे लागू करने संबंधी भी बताया जाएगा। इसके लिए विद्यार्थियों में प्रोजेक्ट मेकिग, माडल मेकिग आदि गतिविधियां भी करवाई जाएंगी। विद्यार्थियों की तरफ से बनाए गए माडल की वीडियो तैयार करनी होगी और अपने प्रोजेक्ट को लेकर की गई सर्च व जानकारी अपनी समझ के अनुसार बयां करनी होगी।
सेशन प्रत्येक रविवार को शाम चार से पांच बजे तक रोजाना एक घंटे का लाइव होगा और इसके पहले सेशन की शुरुआत 26 सितंबर से होगी। इसमें ओलिंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा द्वारा 36 डिग्री पर जैवलिन कैसे फेंकी गई इसका फार्मूला समझाने के लिए न्यूटन के ला आफ मोशन के बारे में बताया जाएगा। विद्यार्थी सीबीएसई या आइआइटी गांधीनगर की वेबसाइट पर कराएं रजिस्ट्रेशन
इस एकलव्य सीरिज के तहत छठी से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की साइंस और गणित विषय से जुड़ी कुरिकुलम एक्टिविटीज को शामिल किया गया है। ताकि विद्यार्थियों को अपने विषय के प्रति समझ भी बढ़े। इसके लिए विद्यार्थी सीबीएसई की आफिशियल वेबसाइट या फिर आइआइटी गांधीनगर की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। वहीं सीबीएसई की तरफ से इस संबंध में स्कूल प्रिसिपलों को विषय अध्यापकों को ट्रेनिग दिलाने की भी सलाह दी है।