जालंधर में घर-घर कूड़ा उठाने के लिए सभी वार्डाें को मिलेंगे ई रिक्शा, आज फाइनल होगा टेंडर
निगम के पास पहले भी 30 ई रिक्शा हैं और इन सभी को 80 वार्डों में बांटा जाना है। यह ई-रिक्शा डस्टबिन वाले हैं और हर घर से गिला और सूखा कूड़ा लेकर डस्टबिन में अलग-अलग रखा जाएगा। निगम की ऐसी योजना है कि कुछ डंप खत्म किए जाने हैं।
जालंधर, जेएनएन। हर घर से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग लेने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत ई-रिक्शा खरीदने का टेंडर आज फाइनल होगा। नगर निगम ने 100 ई रिक्शा का टेंडर लगाया था जिसके लिए चार कंपनियों ने आवेदन किया है। कंपनियों के प्रोफाइल की वित्तीय और तकनीकी जांच आज फाइनल हो जाएगी और एक कंपनी को ई-रिक्शा सप्लाई का ठेका दे दिया जाएगा। इसकी जानकारी नगर निगम के ऑपरेशन एंड मेंटिनेस डिपार्टमेंट के सुपरीटेंडेंट इंजीनियर सतिंदर कुमार ने निगम हाउस में दी है। यह ई रिक्शा नगर निगम के हेल्थ डिपार्टमेंट को हैंड ओवर किए जाएंगे।
निगम के पास पहले भी 30 ई रिक्शा हैं और इन सभी को 80 वार्डों में बांटा जाना है। यह ई-रिक्शा डस्टबिन वाले हैं और हर घर से गिला और सूखा कूड़ा लेकर डस्टबिन में अलग अलग रखा जाएगा। निगम की ऐसी योजना है कि कुछ डंप खत्म किए जाने हैं इसलिए यह डस्टबिन उन इलाकों में दिए जा सकते हैं जहां से डंप खत्म करके कूड़ा घर से उठाकर सीधा ही मेन डंप या फिर प्रोजेक्ट पर भेजा जाना है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के मुताबिक नगर निगम को 31 दिसंबर 2020 से पहले हर घर से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग लेने का काम हर हाल में शुरू करना है नहीं तो नगर निगम को जुर्माना लगाया जाएगा। नगर निगम लोगों को जागरूक करने के लिए घर घर तक पहुंच भी कर रहा है।