जालंधर में डाक्टरों की हड़ताल 19वें दिन भी जारी, जांच व दवा के लिए भटकते रहे मरीज
जालंधर में शुक्रवार को भी डाक्टरों की हड़ताल जारी रही और मरीज दवा लेने के लिए भटकते रहे। सिविल अस्पताल ईएसआई अस्पताल तथा वेटनरी क्लीनिकों में ओपीडी ठप रही। वहीं पीसीएमएस डाक्टर्स एसोसिएशन की ओर धरने में कम रही डाक्टरों की संख्या को कड़ा संज्ञान लिया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। सरकारी अस्पतालों में तैनात डाक्टरों के एनपीए में कटौती की समस्या का समाधान न होने पर हड़ताल 19 वें दिन भी जारी रही। डाक्टरों ने चेतावनी दी है अगर दो दिन में समस्या का समाधान न हुआ तो सोमवार को सिविल सर्जन आफिस की सेवाएं ठप की जाएगी। सिविल सर्जन आफिस में डाक्टर धरना प्रदर्शन करेंगे। वीरवार से डाक्टर चंडीगढ़ में डायरेक्टर आफिस के आगे भी धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे। शुक्रवार को भी डाक्टरों की हड़ताल जारी रही और मरीज दवा लेने के लिए भटकते रहे। सिविल अस्पताल, ईएसआई अस्पताल तथा वेटनरी क्लीनिकों में ओपीडी ठप रही। वहीं पीसीएमएस डाक्टर्स एसोसिएशन की ओर धरने में कम रही डाक्टरों की संख्या को कड़ा संज्ञान लिया और शुक्रवार जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों से एसएमओ तथा सेवानिवृत्त एसएमओ बी धरने में भाग लेने के लिए पहुंचे।
शुक्रवार को सुबह बारिश की वजह से सिविल अस्पताल में दूरदराज से आने वाले मरीज नही पहुंचे और सन्नाटा पसरा रहा। इसके बाद इमरजेंसी वार्ड में लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गई। उधर, जच्चा बच्चा सेंटर में गर्भवती महिलाओं के लिए इमरजेंसी ओपीडी में जांच चली। इसके अलावा अन्य डाक्टर ईएसआई अस्पताल के ओपीडी कांपलेक्स में रोष प्रदर्शन में व्यस्त रहे और मरीज इलाज की सुविधा लेने के लिए भटकते रहे। सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में आरोपितों का मेडिकल करवाने वाले पुलिस मुलाजिमों तथा इलाज की सुविधा लेने के लिए आने वाले मरीजों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। सिविल अस्पताल में 208 के करीब लोगों ने पर्ची बनवा कर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लिया। डाक्टरों ने पहले ईएसआई अस्पताल में धरना दिया और उसके बाद रैली निकाली।
रैली सिविल अस्पताल से होते हुए सिविल सर्जन दफ्तर पहुंची जहां डाक्टरों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एसोसिएशन के प्रधान डा. प्रदीप शर्मा ने बताया कि सेहतमंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने पिछले सप्ताह मोहाली में धरना प्रदर्शन के दौरान गुरुद्वारा साहिब को साक्षी मान कर एक सप्ताह में समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था। एक सप्ताह बाद भी सरकार मामले को लेकर टालमटौल कर रही है। मामले को गंभीरता से लेते हुए हड़ताल की अवधि एक सप्ताह तक बढ़ा दी है। सोमवार से बुधवार तक सिविल सर्जन दफ्तरों के कामकाज ठप करवाएंगे तथा इसके बाद चंडीगढ़ में डायरेक्टर हेल्थ के समक्ष रोजाना धरना लगेगा। हर जिले से पांच डाक्टर धरने के लिए जाएंगे।
इस मौके पर डा. हरीश भारद्वाज, डe. चरणजीव सिहं, डा. भारती, डा. पियुष खन्ना, डा. हरवीन कौर, डा. ममता अरोड़ा, डा. नमता घई, डा. एएस दुग्गल, डा. रीना, डा. गुरप्रीत कौर, डा. अरुण वर्मा, डा. कामराज,डा. हरप्रीत सिंह, डा. साहिल विकास, डा. हरकीरत सिंह, डा. वीरइंद्र सिंह, डा. गुरमीत लाल, डा. अशोक थापर, डा. अभिषेक सच्चर, डा. सतिंदर कौर, डा. गुरमीत लाल, डा. नरेश बाठला, डा. ममता, डा. जसमिंदर कौर, डा. बिंदू, डा. वजिंदर सिंह, डा. मुकेश वर्मा, डा. दलजीत सिंह, डा. भूपिंदर सिंह के अलावा अन्य डाक्टर मौजूद थे।