एक सप्ताह और बढ़ी मरीजों की परेशानी
छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ डाक्टरों की हड़ताल 12वें दिन भी जारी रही।
जागरण संवाददाता, जालंधर : छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ डाक्टरों की हड़ताल 12वें दिन भी जारी रही। डाक्टर रोष व्यक्त करने मोहाली पहुंचे जिस कारण ओपीडी बंद रही और मरीज इलाज के लिए इधर-उधर भटकते रहे। सेहत मंत्री ने एक सप्ताह के भीतर समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है जिसके बाद डाक्टरों ने भी हड़ताल एक सप्ताह और बढ़ा दी। शुक्रवार सुबह जिले से पीसीएमएस एसोसिएशन के 68 स 50 पशु चिकित्सक मांगों को लेकर चंडीगढ़ में सीएम हाउस का घेराव करने के लिए रवाना हुए थे।
एसोसिएशन के प्रधान डा. प्रदीप शर्मा ने बताया कि शुक्रवार सुबह डाक्टरों का काफिला जालंधर से चंडीगढ़ के लिए रवाना हुआ । पुलिस ने मोहाली में ही रोक लिया। वहां राज्य भर के डाक्टर इक्ट्ठे हो गए और फेज-6 के चौक में धरना प्रदर्शन शुरू शुरू कर दिया। इसके बाद सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू पहुंचे। उन्होंने गुरुद्वारा साहिब की कसम लेकर डाक्टरों को एक सप्ताह में समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है। प्रदर्शन में डा. रमन गुप्ता, डा. राकेश चोपड़ा, डा. अरुण वर्मा, डा. चरण जीत सिंह, डा. वीरइंद्र सिंह, डा. अभिषेक सच्चर, डा. सतिदर कौर, डा. गुरमीत लाल मौजूद रहे। इमरजेंसी में भी सिर्फ एक डाक्टर को छोड़ सभी चले गए चंडीगढ़
डाक्टरों की हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप रही। इमरजेंसी के बाहर लंबी लाइनें लग गई। इमरजेंसी विभाग में केवल एक ही डाक्टर ड्यूटी पर तैनात होने की वजह से लोगों को सेहत सुविधाएं लेने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। इमरजेंसी में घायलों और आरोपितों का मेडिकल करवाने वाले पुलिस मुलाजिम खासे परेशान हुए। बच्चे को गोद में लेकर भटकते रहे परिजन
घायल मरीज की परिजन संगीता ने कहा कि करीब पौने घंटे पहले अस्पताल में इलाज के लिए आए थे। मरीज को नर्सिंग छात्राओं ने टीका व ग्लूकोज लगा दिया लेकिन इलाज के लिए डाक्टर नहीं आया। वह बच्चे को गोद में लेकर भटकते रहे। पुलिस मुलाजिमों का कहना है कि आरोपितों का मेडिकल करवाने के लिए काफी इंतजार करना पड़ रहा है।