जिले की 78 मंडियों में होगी धान की खरीद, प्रबंध पूरे

इस बार हाल ही में तीन दिन लगातार बारिश के बावजूद पिछले साल की तुलना में 11.50 प्रतिशत ज्यादा धान मंडियों में आने की संभावना है। 1 अक्टूबर से शुरू होने वाली खरीद को देखते हुए जिला प्रशासन के स्तर पर सभी प्रबंध पूरी कर लिए हैं। हालांकि माना जा रहा है कि हाल ही में बारिश के चलते मंडियों में धान की आमद शुरू होने में देरी हो सकती है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Sep 2018 09:47 PM (IST) Updated:Thu, 27 Sep 2018 09:47 PM (IST)
जिले की 78 मंडियों में होगी धान की खरीद, प्रबंध पूरे
जिले की 78 मंडियों में होगी धान की खरीद, प्रबंध पूरे

जागरण संवाददाता, जालंधर : इस बार हाल ही में तीन दिन लगातार बारिश के बावजूद पिछले साल की तुलना में 11.50 प्रतिशत ज्यादा धान मंडियों में आने की संभावना है। एक अक्टूबर से शुरू होने वाली खरीद को देखते हुए जिला प्रशासन के स्तर पर सभी प्रबंध पूरी कर लिए हैं। हालांकि माना जा रहा है कि हाल ही में बारिश के चलते मंडियों में धान की आमद शुरू होने में देरी हो सकती है।

जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में वीरवार को इस संबंध में खरीद एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक कर डीसी ने खरीद प्रबंधों की समीक्षा करने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि खरीद में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। मंडियों में किसान को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

जिले में धान की खरीद सीजन 2018-19 के प्रबंधों का जायजा लेने के लिए की गई बैठक की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने सभी खरीद एजेंसी के अधिकारियों को जिले में 1 अक्टूबर से शुरू होने वाली धान खरीद को सही ढंग अंजाम देने को कहा है। उन्होंने खरीद एजेंसी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ये सुनिश्चित किया जाए कि धान की फसल समय पर उठाई जाए। साथ ही किसानों को उनकी फसल के भुगतान में भी किसी प्रकार की देरी न की जाए। डीसी ने कहा है कि जिले के किसानों को मंडियों में किसी भी तरह की समस्या नहीं आने दी जाएगी। किसानों को कोई समस्या न आए इसलिए एसडीएम अपने-अपने आधिकारिक क्षेत्र में आने वाली मंडियों की निगरानी करेंगे। उन्होंने मंडी बोर्ड के आधिकारियों को आदेश दिए कि वे फसल संभालने, मंडी के रख-रखाव और साफ-सफाई के लिए सही प्रबंध करें। साथ ही उन्होंने कहा कि मंडी में बिजली, किसानों के लिए शेड, पीने वाला पानी और धान की क्वालिटी चेक करने के लिए बेहतर प्रबंध किए जाएं।

बैठक में डीसी को बताया गया कि जिले में इस बार 11.35 लाख मीट्रिक के करीब धान की पैदावार की उम्मीद है। पिछली बार मंडी में 957 मीट्रिक टन धान पहुंचा था। इस बार पिछले साल के मुकाबले 11.50 प्रतिशत अधिक है। इस अवसर पर एडीसी जतिंदर जोरवाल, जिला खुराक और सप्लाई कंट्रोलर टीएस चोपड़ा, जिला राजस्व अधिकारी जशनजीत ¨सह और अन्य भी उपस्थित थे।

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