जालंधर में डीसी के आदेश- चुनिंदा इंडस्ट्री को ही मिलेगी ऑक्सीजन सप्लाई, निजी अस्पतालों में केवल इमरजेंसी सर्जरी
डीसी घनश्याम थोरी ने कहा कि ऑक्सीजन की बचत के तरीके अपनाना समय की जरूरत है। इस समय कोरोना मरीजों को जीवन रक्षक ऑक्सीजन की सबसे ज्यादा जरूरत है और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि अस्पतालों में इसकी पर्याप्त मात्रा उपलब्ध हो।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना के गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ने से ऑक्सीजन की कमी खलने लगी है। मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्र व राज्य सरकार ने कंपनियों को अस्पतालों को प्राथमिकता के आधार पर ऑक्सीजन की सप्लाई देने के आदेश जारी किए है। डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने बताया कि केंद्र सरकार की हिदायतों के बाद जिले में निजी, सरकारी व इंडस्ट्री को आक्सीजन की सप्लाई को लेकर आदेश जारी किए गए हैं। जिले में ऑक्सीजन तैयार करने के लिए तीन प्लांट है। इन्हें सबसे पहले निजी व सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन की सप्लाई देने के आदेश दिए गए हैं। इसके बाद इंडस्ट्री की 9 कैटेगिरी को आक्सीजन की सप्लाई दी जाएगी। इनमें एम्पयूलज एंड वायलज, फार्मासियूटिकल्ज, पैट्रोलियम रिफाइनरी, स्टील प्लांटस, न्यूक्लीयरएनर्जी फैकेलिटी, आक्सीजन सिलेंडर निर्माता, वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, फूड एंड वाटर प्यूरीफिकेशन, सरकार की ओर से निर्धारित फर्नेस व अन्य प्रोसिस कंपनियां शामिल हैं।
निजी अस्पताल लगाए कंपेटिव ऑक्सीजन प्लांट
जालंधर: जिले में सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में कोरना के गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मरीजों के लिए आक्सीजन कम पड़ने लगी है. जिला प्रशासन ने ऑक्सीजन की सप्लाई को सुचारू ढंग से चलाने के लिए पुख्ता कदम उठाने शुरू कर दिए है। डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने जिले के निजी अस्पतालों को अपने सेंटरों में ऑक्सीजन तैयार करने के लिए कंपेटिव आक्सीजन प्लांट लगाने की बात कही है। इसके अलावा ऑक्सीजन कंस्टेटर्स इस्तेमाल करने के लिए कहा है। उन्होंने अस्पतालों को प्रेशर स्विंग एडोपंशन (पीएसए) पर अधारित आक्सीजन प्लांट तथा एयर स्पेरेशन यूनिट (एएसयू) लगाने की भी बात कही है।
निजी अस्पतालों में केवल इमरजेंसी आपरेशन होंगे
जालंधर:निजी अस्पतालों में आपरेशनों के दौरान होने वाली ऑक्सीजन की खपत को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कदम उठाए हैं। डीसी घनश्याम थोरी ने निजी अस्पतालों में गैर जरूरी ऑपरेशन पर अगले आदेशों तक रोक लगा दी है। केवल इमरजेंसी ऑपरेशन ही किए जाएंगे।