देश के वीरों के समर्पित किए गीत, कविताएं और कहानियां

हर्षोल्लास और मस्ती से भरपूर कार्यक्रम की तैयारी कर रहे संगठन के स्टूडेंट्स ने पुलवामा में हुई दुखद घटना के मद्देनजर वीर जवानों को याद कर सादगी से वर्षगांठ मनाई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 09:49 PM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 09:49 PM (IST)
देश के वीरों के समर्पित किए गीत, कविताएं और कहानियां
देश के वीरों के समर्पित किए गीत, कविताएं और कहानियां

जागरण संवाददाता, जालंधर : 'ए इंसान कहा गई तेरी शर्म, एक ही मिट्टी से बना है फिर कहता है ये न मेरा धर्म, मार के अपने भाइयों को, कहता है उंचा है कर्म, आज वो मां भी रोई है जिनकी रक्षा के लिए जवानों ने अपनी ¨जदगी खोई है।' डीएवी कॉलेज की अनामिका की इस कविता ने हर किसी को भावुक कर दिया। मौका था क्रिएटिव अड्डा संगठन की पहली वर्षगांठ का। हर्षोल्लास और मस्ती से भरपूर कार्यक्रम की तैयारी कर रहे संगठन के स्टूडेंट्स ने पुलवामा में हुई दुखद घटना के मद्देनजर वीर जवानों को याद कर सादगी से वर्षगांठ मनाई। स्टूडेंट्स ने कविताओं और गीतों के साथ वंदे मातरम के नारे लगाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

कार्यक्रम में दिव्यांशी, स्तुति, अनामिका, अमन ने कविताओं से सबको सोचने पर मजबूर कर दिया। वहीं जिवेश ने कहानी के जरिये अपनी प्यार की दास्तां सुनाई और नाना पाटेकर, सुनील शेट्टी, प्रकाश राज जैसे दिग्गज सितारों की मिमिक्री की। हितेश और नूर ने गीतों के जरिये समां बांधा। इस मौके पर डिजिटल टीम के गौरव व राजा वर्मा, मैनेजमेंट के आदित्य, होस्ट प्रशांत व प्रेसीडेंट हर्ष मौजूद रहे।

--------

दर्शकों के चेहरों पर दिखा हर रंग

कविताओं, कहानियों और गीतों की पेशकश के दौरान दर्शकों के चेहरों पर हर रंग नजर आया। देशभक्ति गीतों व कविताओं ने दर्शकों को गंभीर व भावुक कर दिया। वहीं कुछ कविताओं के जरिये चेहरों पर हंसी और उदासी भी नजर आई। कहानियों को गौर से सुन रहे दर्शकों ने बीच-बीच में टिप्पणियां और कमेंट्स भी किए। हितेश द्वारा गाए 'माए नी मेरिये शिमले दी राहें' हर दर्शक ने साथ-साथ गुनगुनाया। पहली बार परफॉर्म कर रही दिव्यांशी ने 'लोग कैंदें तू ¨कज लिखदी, तू तां साडे जज्बात लिखदी, हुण ¨कज आखां मैं लोकां नू, मैं ता सजना दी बात लिखदी' कविता सुनाकर खूब वाहवाही बटोरी।

chat bot
आपका साथी