बिजली की 132 केवी लाइन रोक रही पीएपी आरओबी का निर्माण
राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बिजली की 132 केवी लाइन थ्री लेन पीएपी रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण शुरू होने में सबसे बड़ा अवरोध बन गई है।
जागरण संवाददाता, जालंधर
राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बिजली की 132 केवी लाइन थ्री लेन पीएपी रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण शुरू होने में सबसे बड़ा अवरोध बन गई है। 132 केवी लाइन को फिलहाल शिफ्ट नहीं किया जा सका है, जिस वजह से आरओबी के निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पा रही है।
पीएपी आरओबी का निर्माण नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) की तरफ से निजी ठेकेदार से करवाया जाना है, लेकिन निर्माण का ठेका लेने वाली हरियाणा के पलवल की कंपनी 132 केवी लाइन की वजह से निर्माण शुरू नहीं कर पा रही है। एनएचएआइ के अधिकारियों का तर्क है कि लाइन शिफ्टिंग के लिए पीएसटीसीएल को लिखा जा चुका है, बैठक भी हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक भी लाइन शिफ्टिंग की प्रक्रिया चालू नहीं हो पाई है।
वहीं, दूसरी तरफ पीएसटीसीएल (पंजाब स्टेट ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड) के चीफ इंजीनियर संजीव गुप्ता का तर्क है कि पर्याप्त जगह ही उपलब्ध नहीं हो पा रही है, जिस वजह से लाइन शिफ्टिंग का काम संभव नहीं हो पा रहा है। संजीव गुप्ता ने कहा कि जगह उपलब्ध कराने को लेकर एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर एवं अन्य अधिकारियों के साथ भी बैठक हो चुकी है और इस बारे में डिप्टी कमिश्नर भी उनसे बात कर चुके हैं। एनएचएआइ से यह भी कहा गया है कि पीएपी प्रशासन के साथ संपर्क साध कर पीएपी ग्राउंड की बाउंड्री वाल के साथ लाइन शिफ्टिंग की अनुमति ले ली जाए।
पीएपी तीन लेन ओवरब्रिज का निर्माण होने के बाद जालंधर शहर के भीतर से आने वाले यातायात को सीधे अमृतसर-जम्मू हाईवे पर प्रवेश संभव हो सकेगा। मौजूदा समय में शहर के भीतर से अमृतसर अथवा जम्मू की तरफ जाने वाले यातायात को वाया रामा मंडी घूम कर आना पड़ता है, जिसमें लगभग तीन किलोमीटर का अतिरिक्त फासला तय करना पड़ता है और ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति से भी जूझना पड़ता है।