अब अकाली दल बीसी विग में टकराव, प्रधान को बिना बुलाए मीटिग करने से नाराजगी

विधानसभा चुनाव से पहले शिरोमणि अकाली दल में गुटबंदी तेज होती जा रही है। पार्टी के सीनियर नेता ही गुटबंदी का कारण बन रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 07:15 AM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 07:15 AM (IST)
अब अकाली दल बीसी विग में टकराव, प्रधान को बिना बुलाए मीटिग करने से नाराजगी
अब अकाली दल बीसी विग में टकराव, प्रधान को बिना बुलाए मीटिग करने से नाराजगी

जागरण संवाददाता, जालंधर : विधानसभा चुनाव से पहले शिरोमणि अकाली दल में गुटबंदी तेज होती जा रही है। पार्टी के सीनियर नेता ही गुटबंदी का कारण बन रहे हैं। टिकट को लेकर सरबजीत सिंह मक्कड़ और कमलजीत सिंह भाटिया की नाराजगी जारी ही थी कि अब शिरोमणि अकाली दल बीसी विग भी दोफाड़ हो गया। बीसी विग के जिला प्रधान अमरजीत सिंह किशनपुरा की जानकारी के बिना ही विग की प्रदेश इकाई के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सुरजीत सिंह नीलामहल ने नार्थ हलके में कार्यकर्ताओं के साथ मीटिग की। इस मीटिग में अकाली दल के जिला प्रधान व एसजीपीसी मेंबर कुलवंत सिंह मन्नण भी शामिल हुए हैं लेकिन बीसी विग के जिला प्रधान अमरजीत सिंह किशनपुरा को नहीं बुलाया गया। चुनाव से पहले अकाली दल में इस तरह के टकराव से उम्मीदवारों को नुकसान हो सकता है। नार्थ हलके में की गई मीटिग को लेकर इसलिए भी सवाल उठ रहे हैं कि यह हलका बहुजन समाज पार्टी को दिया गया है। अकाली दल ने यहां पर सीधे चुनाव नहीं लड़ना। मीटिग में बहुजन समाज पार्टी के नेता भी नहीं बुलाए गए।

बीसी विग के प्रधान अमरजीत सिंह किशनपुरा खुद नार्थ हलके में रहते हैं। यह भी चर्चा है कि अकाली दल के जिला प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण जो खुद भी बीसी कैटेगरी से हैं और उनका बीसी विग के प्रधान अमरजीत सिंह किशनपुरा से टकराव चल रहा है। ऐसे में यह लड़ाई पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है। अमरजीत सिंह किशनपुरा तेजतर्रार नेता हैं। किशनपुरा को पहले बीसी विग के शहरी प्रधान की जिम्मेवारी दी गई। उन्होंने संगठन खड़ा किया। इसी को देखते हुए उन्हें देहाती का प्रधान बनाया गया ताकि देहाती यूनिट को भी खड़ा किया जा सके। इसके बाद जब शहरी यूनिट दूसरे नेताओं से नहीं संभला तो अमरजीत सिंह किशनपुरा को दोबारा शहरी इकाई का प्रधान बनाया गया। किशनपुरा का पार्टी में प्रभाव बढ़ने के बाद से ही टकराव शुरू हुआ है। वह पार्टी के पूर्व प्रधान गुरचरण सिंह चन्नी के करीबी रहे हैं लेकिन चन्नी के पार्टी छोड़ने के बाद भी वह अकाली दल के साथ रहे। सुरिदर सिंह एसटी के घर पर हुई मीटिग में सुरजीत सिंह नीलामहल, चरणजीव सिहं लाली, रविदर सिंह स्वीटी, ठेकेदार रघुबीर सिंह, सतिदर सिंह पीता, मनिदरपाल सिंह गुंबर, परविदर सिंह बबलू, सतनाम सिंह विक्की, करनबीर, मनदीप सिंह गोल्डी, सुखबीर सिंह मानक, हरदीप सिंह काला, नत्था सिंह मंगा, कश्मीर सिंह शीरा, ठेकेदार हरविदर सिंह, हरजीत सिंह, हरप्रीत सिंह हैप्पी, गुरप्रीत सिंह एसटी, मोहन सिंह मोहनी, सुखदेव सिंह साबा, बलबीर सिहं लाडा, राजपाल शर्मा, हैप्पी चीमा, रविदर जीत सिंह, अजय शर्मा, राजकुमार राजा, अमनदीप सिंह प्रिस सरबप्रीत मौजूद रहे। --------

मीटिग की कोई जानकारी नहीं दी : किशनपुरा

अमरजीत सिंह किशनपुरा ने बताया कि मीटिंग के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई है। अगर शहर में मीटिग की जानी थी तो उन्हें जरूर बताया जाना चाहिए था। इस तरह की नीतियों को अपना कर से पार्टी का नुकसान नहीं करना चाहिए।

----- हर कार्यकर्ता को मीटिग बुलाने का अधिकार : मन्नण

जिला अकाली दल के प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण ने कहा कि यह मीटिग सुरजीत सिंह नीलामहल ने बुलाई थी। मीटिग बुलाने का अधिकारी हर कार्यकर्ता को है। पार्टी में किसी तरह की गुटबंदी नहीं है। सभी मिलकर काम कर रहे हैं।

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