कंपनियां बढ़ाने लगी दवाइयों के दाम
दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव में दिलकुशा मार्केट के दुकानदारों ने कहा कि कंपनियां भी दवाइयों के दाम बढ़ाने लगी हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर
पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के कारण हर वर्ग प्रभावित हो रहा है। कोरोना काल में पहले से ही लोग आर्थिक तंगी झेल रहे हैं, उपर से थोड़े समय में ही तेजी से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से उद्यमियों के भी पांव डगमगाने लगे हैं। इस दौरान महंगाई का ग्राफ तेजी से बढ़ा, परंतु निजी संस्थानों में काम करने वालों लोगों व दुकानदारों की आमदनी न बढ़ने से उन्हें नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसका असर दवाइयों के कारोबार पर भी पड़ने लगा है। कुछ कंपनियों ने दवाइयों के दाम भी बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। इसका सीधा असर आमजन की जेब पर पड़ेगा। दैनिक जागरण की ओर से वीरवार को आयोजित फेसबुक लाइव में दिलकुशा मार्केट के यूनियन कांप्लेक्स के होलसेल दवा विक्रेताओं ने इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए।
------- पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से हर चीज महगी हो जाती है। कुछ कंपनियों ने 10-15 फीसद तक दवाइयों के दाम बढ़ाने के लिए सूचना जारी कर दी है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ेगी।
संदीप चुघ
------ लोगों ने मताधिकार का प्रयोग कर विधायक व सांसद चुने हैं। लोगों को महंगाई की मार से बचाना उनकी ड्यूटी है। सरकार टैक्स कम कर पेट्रोल और डीजल के रेट कम करे।
जसविदर सिंह
------ पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से घरेलू बजट भी गड़बड़ाया हुआ है। रसोई का बजट ही 15-20 फीसद तक बढ़ गया है। भविष्य में दो वक्त की रोटी भी आम आदमी की पहुंच से दूर होगी।
रमन कुमार
------ दुकान के मुलाजिम दवाइयों की सप्लाई के लिए टूर पर जाते हैं। रोजाना एक वाहन पर 250-500 रुपये का अतिरिक्त खर्च होने से लाभ कम होने लगा है। इस परेशानी को सरकार दूर करे।
सिमरजीत सिंह
------ पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से हुई महगाई के कारण कमाई पहले से कम हो गई है। जिस गति से महगाई बढ़ी है, उसके अनुसार मुलाजिमों का वेतन नहीं बढ़ने से समस्याएं आने लगी हैं।
परमिदर सिंह
------- वाहनों के भाड़े बढ़ गए हैं। अन्य राज्यों से आने वाली दवाइयों का खर्च बढ़ने के कारण दुकान का बजट गड़बड़ाने लगा है। फिलहाल तो इसका बोझ खुद की जेब पर ही पड़ रहा है।
हिमांशु शर्मा
------ कोरोना काल में लाकडाउन की वजह से पहले ही आर्थिक मंदी से गुजर रहे हैं। सरकार को लोगों के आर्थिक हालात को देखते हुए महंगाई कम करने के लिए पुख्ता कदम उठाने की जरूरत है।
तरुण कुमार
------- सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए हैं। अब सरकार को लोगों को महंगाई की मार से बचाने के लिए कम कम से घरेलू इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं के दाम कम करने चाहिए।
अंकुश
----- देहात से शहर में रोजाना दवाइयां खरीदने के लिए वाहन पर आना मजबूरी है। वाहन मे रोजाना 250 रुपये का अतिरिक्त पेट्रोल लगने लगा है। सरकार पेट्रो पदार्थो के दाम कम करे।
सुपिदर सिंह
------- सरकार खेतों में सिचाई के लिए पहले ही बिजली कम दे हरी है। वहीं डीजल के दाम बढ़ा कर किसानों को कर्ज के बोझ तले दबने के लिए मजबूर कर रही है। इससे परेशानी बढ़ने लगी है।
गुरप्रीत सिंह