सीजीएचएस सेंटर में न पूरा स्टाफ और न दवाइयां, मरीज परेशान

शहर के एक मात्र सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (सीजीएचएस) वेलनेंस सेंटर में आने वाले मरीजों को कई दिनों से दवाइयां मुहैया नहीं हो रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:18 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 06:18 AM (IST)
सीजीएचएस सेंटर में न पूरा  स्टाफ और न दवाइयां, मरीज परेशान
सीजीएचएस सेंटर में न पूरा स्टाफ और न दवाइयां, मरीज परेशान

जागरण संवाददाता, जालंधर : शहर के एक मात्र सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (सीजीएचएस) वेलनेंस सेंटर में आने वाले मरीजों को कई दिनों से दवाइयां मुहैया नहीं हो रही हैं। वहीं, स्टाफ की कमी से भी यहां व्यवस्था प्रभावित हो रही है। केंद्र सरकार के संस्थानों में तैनात व सेवानिवृत्त मुलाजिम मजबूरन अपनी जेब से पैसे खर्च कर इलाज करवा रहे हैं। स्टाफ की कमी को पूरा करने और दवाइयों की सप्लाई के लिए फाइलें हरी झंडी के इंतजार में चंडीगढ़ और दिल्ली में आला अधिकारियों के दफ्तर में पड़ी हैं। शहर में केंद्र सरकार के संस्थानों में तैनात व सेवानिवृत्त कर्मियों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के लिए केंद्र सरकार ने पीएंडटी कालोनी में सीजीएचएस वेलनेंस सेंटर शुरू किया था। जहां तीन डाक्टरों के साथ पूरी टीम तैनात की गई है। वेलनेंस सेंटर में चंद जेनेरिक दवाइयों का स्टाक है, जिसकी काफी कम लोगों को जरूरत पड़ती है। हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से दूसरा सेंटर बीएसएफ कैंपस में खोलने की योजना है। सीजीएचएस के साथ शहर के साथ नामी 24 निजी अस्पताल जुड़े हुए हैं, लेकिन इन दिनों सेंटर में आने वाले मरीजों को इलाज के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। दवा लेने आए एक पेंशनर के परिजन रविंदर ने बताया कि सीजीएचएस की सेवाएं लेने के लिए सवा लाख रुपये की अदायगी की थी। इसके बावजूद उन्हें परिवार के सदस्यों के इलाज के लिए महंगी दवाइयां बाजार से खरीदनी पड़ रही है।

50 फीसद के करीब स्टाफ की कमी : प्रो वीएस जौली

आल इंडिया सेंट्रल गवर्नमेंट पेंशनर्स एसोसिएशन उत्तर भारत के सचिव प्रो. वीएस जौली ने बताया कि वेलनेंस सेंटर से मरीजों को जीवन रक्षक दवाइयां नहीं मिल रही हैं। मरीजों को निजी अस्पतालों में रेफर किया जाता है, परंतु वहां से छुट्टी मिलने के बाद दवाइयां लेने में दिक्कत आ रही है। सेंटर 50 फीसद के करीब स्टाफ की कमी से जूझ रहा हैं। इस संबंध में विभाग के चंडीगढ़ व दिल्ली तक संपर्क किया गया, लेकिन किसी भी अधिकारी ने समस्या का समाधान करने का आश्वासन नही दिया। वेलनेंस सेंटर में तैनात डाक्टर मानते हैं कि सेंटर में दवाइयों और स्टाफ की कमी हैं । समस्या का समाधान करने के लिए चंडीगढ़ व दिल्ली में पत्राचार चल रहा है।

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